खाप नेता का शर्मनाक बयान: एक ही गोत्र में शादी करने वालों से पैदा होते हैं किन्नर
प्राप्त जानकारी के मुताबिक महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से हिसार के चौधरी चरण सिंह एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में एक वर्कशॉप रखी गई थी। इसमें खापलैण्ड में होने वाली ऑनर किलिंग को रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा हुई। यूनिवर्सिटी में सीनियर प्लांट ब्रीडर डॉ. महावीर सिंह नरवाल ने कहा कि गोत्र के 2 लाख सदस्य आपस में भाई-बहन कैसे हो सकते हैं? एक ही माता-पिता से पैदा हुई संतान को सिब्लिंग्स कहा जा सकता है। यह जरूरी नहीं है कि समान गोत्र में हुई शादियों का बुरा प्रभाव पड़ता है।
इस दौरान एक खाप नेता खड़े हो गये और उन्होंने इसका जमकर विरोध किया। वरिष्ठ खाप नेता कुलदीप सिंह मंच पर चढ़ गये और कहा कि अगर समान गोत्र में शादियों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता तो किन्नर क्यों पैदा होते हैं? हमें आनुवांशिक बीमारियां क्यों होती है? सिंह ने दावा किया कि 90 फीसदी किन्नर उन समुदायों और धर्मो में पैदा होते हैं जो गोत्र सिस्टम में विश्वास नहीं करते हैं।
सिंह ने अल्पसंख्यक समुदायों का नाम लिया और कहा कि इनकी संख्या इसलिए कम हो रही है क्योंकि खून के रिश्तों में ही शादियां होती है। हमने अनौपचारिक सर्वे कराया था। जिसमें पाया गया कि इस तरह के समुदायों में समान गोत्र में शादी के साइड इफेक्ट देखे गए हैं। सबसे ज्यादा खिलाड़ी उन इलाकों से आते हैं जहां गोत्र सिस्टम में विश्वास किया जाता है।