हिमाचल प्रदेश: एक ही दल के 6 पर्वतारोही हुए लापता, प्रशासन ने तेज किया सर्च अभियान
शिमला। हिमाचल प्रदेश में पर्वतारोहण का आकर्षण जान जोखिम में डालने वाला साबित हो रहा है। प्रदेश में मौसम कब बदल जाएगा, पहाड़ी क्षेत्रों में इसका कोई भरोसा नहीं। यही वजह है कि यहां पर्वतारोहण के लिए आए लोग बीच रास्ते में फंस जाते हैं। कुछ ऐसे भी होते हैं, जो बीच रास्ते में भटक जाते हैं व उन्हें अंत में मौत ही नसीब होती है। कुछ ऐसा ही मामल फिलहाल देखने को मिला है। जहां एक ही दल के 6 पर्वतारोही लापता हो गए हैं।
यह छह पर्वतारोही प्रदेश के जिला शिमला के रोहड़ू से डोडरा क्वार की ओर पर्वतारोहण के लिए 21 सितंबर को निकले थे। इन्हें किन्नौर जिला सांगला से आगे बढना था। लेकिन अब तक इनका कोई अता पता नहीं चल पाया है। अब खराब मौसम की वजह से इन युवकों के परिजनों की परेशानी भी बढ़ी है। परिजनों ने प्रशासन से उनकी खोज के लिए मदद मांगी है। उसके बाद किन्नौर जिला प्रशासन ने इन युवा पर्वतारोही दल की खोज के लिए बचाव दल का गठन कर भारत तिब्बत सीमा पुलिस की मदद मांगी है। भारत तिब्बत सीमा पुलिस व किन्नौर जिला पुलिस ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इससे पहले लाहौल घाटी में आईआईटी रूढ़की के 35 छात्रों समेत 45 लोग जो पर्वतारोहण के लिए आए थे, जो बीच रास्ते में ही लापता हो गए थे। लेकिन लाहौल जिला प्रशासन ने उन्हें लोकेट कर लिया व सीमा सड़क संगठन की मदद से इन्हें भी निकाला जा रहा है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले दो-तीन दिन से भारी बारिश हो रही है। जिसके कारण जानमाल का काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा ज्यादा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी भी हुई है। हिमाचल सरकार ने भारी बरसात व बर्फबारी की वजह से रोहतांग व लहौल घाटी के बीच फंसे पर्यटकों को निकालने के निकालने के लिए बड़े पैमाने पर राहत व बचाव कार्य शुरू किया है। वायुसेना के तीन हैलिकाप्टर इस काम में लगे हैं। ऑपरेशन की कमान खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने संभाली है।