EVM मशीन हैक करने का दावा करने वाले युवक को पुलिस ने धर दबोचा
शिमला। EVM मशीन की हैकिंग संभव है, इस सवाल का जवाब भले ही अभी भी उलझा हुआ है। लेकिन शिमला पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसका दावा है कि वह इसे आसानी से हैक कर सकता है। हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के दौरान ईवीएम हैक करने का दावा करने वाले शख्स को आज अदालत ने सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। इस शख्स की पहचान सचिन राठौर के तौर पर हुई है। वह आईएएस परीक्षा की तैयारी कर रहा है और नामी कॉलेज में पढ़ता है। इस युवक को पुलिस ने महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार किया जिसके बाद युवक को शिमला के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आवास पर पेश किया गया।
दरअसल, चुनावों के दौरान हिमाचल में कई नेताओं को इस युवक ने मैसेज कर ये दावा किया कि वो EVM हैक कर सकता है। बदले में इस युवक ने चुनाव लडने वाले प्रत्याशियों से 10 लाख रुपए की मांग की। कुछ नेताओं ने इस शख्स की शिकायत चुनाव आयोग से की और मैसेज भी सबूत के तौर पर पेश किए। जिसके बाद शिमला पुलिस ने प्रदेश के मुख्य चुनाव आयुक्त की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की गई। एफआईआर में कहा गया था कि आरोपी ने चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को EVM को उनके पक्ष में प्रोग्रामिंग करने का प्रलोभन देने और पैसे लेने के लिए एसएमएस किए। इसके बाद पुलिस ने एक टीम का गठन किया और महाराष्ट्र के नांदेड़ जिला के किंवट इलाके से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आईपीसी की धारा 505(2) के तहत गलत जानकारी देने और 124(ए) के तहत देशद्रोह का मामला भी दर्ज किया है, जिसकी पुष्टि एसपी सौम्या साम्बशिवन ने की है। पुलिस ने प्रारंभिक जानकारी के अनुसार यह आरोपी नांदेड़ में स्थानीय निकायों के चुनावों में भी इस तरह के एसएमएस प्रत्याशियों को भेज चुका है। पुलिस टीम ने बताया कि आरोपी पहले ही सिम चोरी मामले में जमानत पर है और इसने करीब 30 लोगों को हिमाचल चुनावों में एसएमएस भेजे थे। अब पूछताछ के बाद ही पता चलेगा की कितने नेता फंसे हैं और कितनों ने पैसा दिया।
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