जब अपने ही फ्लैट में 'कैद' हो गए थे हिमाचल के नए सीएम जयराम ठाकुर
शिमला। बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। जयराम के अलावा 11 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली है, इनमें से दो नेता ऐसे रहे, जिन्होंने संस्कृत में शपथ ली। कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह सभी बड़े नेता मंच पर मौजूद रहे। जयराम ठाकुर के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के इंतजाम कितने भव्य थे, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केंद्रीय मंत्रियों को लाने के लिए करीब 325 गाडि़यां लगाई गई थीं। मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के इस लश्कर को देखकर जयराम ठाकुर को जरूर वो घटना याद हो गई होगी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की वजह से उन्हें 30 मिनट तक इंतजार करना पड़ा था। बात कोई आज की नहीं, बहुत पुरानी 2003 की है। आइए सुनाते हैं आपको वो पूरा किस्सा, जब सोनिया गांधी के वीवीआईपी दौरे के चलते जयराम ठाकुर को हुई थी परेशानी।
तब वीरभद्र सिंह थे हिमाचल प्रदेश के सीएम
बात जुलाई 2003 की है, उस दिन शिमला में बारिश हो रही थी। कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए तब हिमाचल को चुना गया था। पार्टी का पूरा राष्ट्रीय नेतृत्व उस वक्त हिमाचल का कूच कर रहा था। राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित विलासराव देशमुख, अमरिंदर सिंह, एस कृष्णा और खुद सोनिया गांधी जैसे नेताओं की मेजबानी का जिम्मा वीरभद्र सिंह के पास था। वह उस वक्त चौथी बार हिमाचल प्रदेश के सीएम बने थे।
जब अपने ही फ्लैट में कैद हो गए थे जयराम ठाकुर
एक से बढ़कर एक नेताओं की मौजूदगी में जिस जगह कांग्रेस पार्टी की मीटिंग होने जा रही थी, वहां से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर बीजेपी का एक युवा विधायक अपने फ्लैट से बाहर नहीं निकल पा रहा था। ऐसा नहीं था कि कोई उनके फ्लैट को बाहर से ताला लगाकर चाबी लेकर भाग गया था, बल्कि ऐसा इसलिए हुआ था, क्योंकि उन्हें मंडी की तरफ जाने से रोक दिया गया था। कारण था- सोनिया गांधी के काफिले का वहां गुजरना, उनके साथ हिमाचल के सीएम वीरभद्र सिंह को भी गुजरना था। जिस नेता को अपने फ्लैट से बाहर निकलने के लिए करीब 30 मिनट इंतजार करना पड़ा था, वो नेता कोई और नहीं, जयराम ठाकुर हैं।
जब जयराम ठाकुर बोले- ये लोग खुद को राजा क्यों समझते हें
जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त न्यूज 18 का एक रिपोर्टर वहां मौजूद था। पत्रकार के मुताबिक, जयराम ठाकुर ने उस वक्त कहा था, 'हमारे यहां लोकतंत्र है। उसके बाद भी ये लोग अभी तक राजाओं की तरह बर्ताव क्यों करते हैं? इस कल्चर को खत्म करने के लिए कुछ करना होगा।