PICs: मिलिए देश की सबसे युवा सरपंच जबना चौहान से...
हिमाचल की इस बेटी ने जब मंच पर समाज के प्रति अपनी सोच व इरादे उजागर किए तो अक्षय कुमार अपने आपको रोक नहीं पाए और जबना के जज्बे को सलाम कर उन्होंने दोनों हाथों को ऊपर उठाकर ताली बजाई।
शिमला। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी थरजून पंचायत की प्रधान जबना चौहान प्रदेश ही नहीं देश की सबसे कम उम्र की सरपंच हैं। छोटी उम्र में मजबूत इरादे रखने वाली बेटी जबना चौहान को फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने गुरुग्राम में आयोजित एक समारोह में सम्मानित किया। कल तक गुमनाती की जिंदगी में रह रही जबना चौहान एकाएक सुर्खियों में आ गई हैं।
इससे पहले जबना चौहान गुजरात के गांधीनगर में राष्ट्रीय स्तर के स्वच्छ शक्ति कार्यक्रम में भाग ले चुकी हैं। देश की सबसे छोटी उम्र की पंचायत प्रधान जबना चौहान को स्वच्छता और शराबबंदी के लिए देशभर में मिसाल कायम करने के लिए फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने अपनी फिल्म टॉयलेट- एक प्रेम कथा के प्रमोशन समारोह के दौरान सम्मानित किया था। हिमाचल की इस बेटी ने जब मंच पर समाज के प्रति अपनी सोच व इरादे उजागर किए तो अक्षय कुमार अपने आपको रोक नहीं पाए और जबना के जज्बे को सलाम कर उन्होंने दोनों हाथों को ऊपर उठाकर ताली बजाई और देश की सबसे कम उम्र की इस प्रधान को गले लगा लिया।
जबना चौहान ने इस दौरान समाज के प्रति अपनी सोच दर्शकों के समक्ष रखी। जबना की सोच से प्रभावित होकर अक्षय कुमार ने उनकी सराहना की और उनके जज्बे को सलाम किया, साथ ही कहा कि जबना ने स्वच्छता के क्षेत्र में अपनी पंचायत को जिले में शीर्ष पर पहुंचाकर देश के सामने एक बेहतर उदाहरण पेश किया है। जबना चौहान ने उन्हें सम्मानित करने के लिए और फिल्म के प्रमोशन समारोह में बुलाने के लिए का आभार प्रकट किया, साथ ही उन्होंने इसका श्रेय अपने पंचायत के लोगों को दिया है। उन्होंने कहा कि वो आज जिस भी मुकाम पर पहुंची हैं उसके पीछे उपायुक्त मंडी संदीप कदम, अंकल रमेश यादव, माता-पिता व पंचायत के लोगों की प्रेरणा और आशीर्वाद मुख्य कारण रहा है।
मंडी जिला के गोहर ब्लाक की थरजून पंचायत की इस युवा प्रधान को इसके सराहनीय कार्यों के लिए हिमाचल प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह और पंजाब के सीएम कै. अमरेंद्र सिंह पहले ही सम्मानित कर चुके हैं जबकि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर गुजरात में पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित महिला सरपंचों के सम्मेलन में इन्हें प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जा चुका है।
थरजूण पंचायत की प्रधान जबना चौहान पर, जिन्होंने एक साल पहले मात्र 22 साल की उम्र में पंचायत चुनाव दिल में ये अरमान लेकर लड़ा था कि वो प्रधान बनकर अपनी पंचायत को प्रदेश के समक्ष एक मॉडल के रूप में पेश करेंगी। गरीब परिवार में पैदा हुई जबना चौहान ने मात्र एक साल के अंदर पंचायत में शराबबंदी की पहल कर काम करके दिखाया है, जिसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। नशे के खिलाफ शराबबंदी जैसा प्रस्ताव पंचायत की आम सभा की बैठक में पारित करवाकर जिले की इस युवा प्रधान ने प्रदेश के सामने एक मिसाल पेश की है। जिसके लिए शिवरात्री महोत्सव के समापन अवसर पर प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने जबना चौहान को मंच से बधाई दी।
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