भारी बारिश के चलते हिमाचल के 10 जिले प्रभावित, देखें तबाही की तस्वीरें
शिमला। भारी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। नुकसान के चलते हिमाचल प्रदेश में जन-जीवन अस्त-वस्त हो गया है। वहीं, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्र से 200 करोड़ रुपये की मदद मांगी है। उन्होंने बताया कि कुल्लू में जिले में एनडीआरएफ की मदद से बारिश में फंसे 19 लोगों को बचाया गया है।
भारी बारिश से प्रदेश को 1231 करोड़ से अधिक की हुई क्षति
मुख्यमंत्री ने सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारी बारिश के चलते प्रदेश को 1231 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति हुई है। पिछले चार दिन की बारिश से यह नुकसान सबसे ज्यादा हुआ है। सरकार ने इस संबंध में रिपोर्ट मंगवाई है।
अब तक हुई तीन की मौत
भारी बारिश के चलत कुल्लू जिले में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, कुल्लू जिले में भारी बारिश के कारण 19 लोग फंस गए थे। सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि 19 लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ से मदद ली गई। एनडीआरएफ ने कुल्लू जिले से 19 लोगों को सुरक्षित बचा लिया।
राफ्टिंग पर भी लगी रोक
मौसम के खराब रुख को देखते हुए कुल्लू जिला में पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग और अन्य सभी साहसिक गतिविधियों पर फिलहाल पाबंदी लगा दी गई है। जिला पर्यटन विकास अधिकारी बीसी नेगी ने बताया कि जिला में सभी साहसिक गतिविधियों को आगामी आदेशों तक स्थगित कर दिया गया है। अगर कोई आपरेटर पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग इत्यादि साहसिक गतिविधियों का संचालन करता हुआ पकड़ा गया तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
90 फीसदी सड़के हुई तबाह
मनाली से लेकर कुल्लू तक ब्यास नदी का बहाव बदल जाने की वजह भारी नुक्सान हुआ है। नेशनल हाई वे 21 पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। जिला कुल्लू की 90 फीसदी सड़के तबाह हो चुकी हैं। नेशनल हाई वे व फोरलेन को भारी नुकसान हुआ है। कुल्लू मनाली मार्ग पर डोभी पुल बहने के साथ, क्लॉथ गर्म पानी स्नानागार व्यास में बह गया है। जबकि भुंतर पुल को भी खतरा पैदा हो गया है। जिससे मणिकर्ण के लिये संपर्क किसी भी समय कट सकता है।
फसल भी हुई प्रभावित
लाहुल स्पिति में जनजीवन अस्तव्यस्त है। लाहुल का संपर्क समय से पहले देश दुनिया से कट गया है। सिस्सू टनल साइट में रिकार्ड डेढ़ फुट बर्फबारीजिला मुख्यालय केलांग सहित लाहुल स्पिति बर्फ से पैक हो गये हैं। केलांग में दो फुट बर्फबारी हो चुकी है। किसानों को भारी नुकसान मटर,आलू,गोभी व सेब बर्फ में दफन हो गये हैं।
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स्थिति सामान्य होने तक सुरक्षित स्थानों पर रहें: सीएम
प्रदेश के दस जिलों में से चंबा, कुल्लू, मंडी और शिमला में काफी नुकसान हुआ है। नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। ब्यास का जलस्तर वर्ष 1995 से ज्यादा रिकार्ड किया गया है। सड़कों को नुकसान पहुंचा है। लाहौल-स्पीति में भी भारी बारिश हो रही है। किन्नौर और बिलासपुर जिलों में अपेक्षाकृत काफी कम नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री ने मौसम विज्ञान केंद्र की भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए लोगों और पर्यटकों को सुझाव दिया है कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तब तक वे सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।
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