इस राज्य में 73 पूर्व विधायकों ने लिया है विधानसभा से लाखों का लोन, कब चुकाएंगे कुछ पता नहीं
शिमला। हिमाचल प्रदेश में सूचना के अधिकार के तहत ली गई जानकारी में विधायकों को दिए गए लोन को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आवास और वाहन के लिए पूर्व विधायकों ने लाखों के ऋण विधानसभा की ओर से ले तो लिए हैं लेकिन वो इसे कब तक चुकाएंगे, इसका कुछ पता नहीं है। दरअसल लिए गए ऋण को चुकाने की समय सीमा निर्धारित ही नहीं की गई है।
पूर्व
विधायक
भी
ले
सकते
हैं
लोन
हिमाचल
प्रदेश
में
एक
बार
विधायक
बन
जाने
के
बाद
विधानसभा
से
4
प्रतिशत
ब्याज
दर
पर
लोन
लिया
जा
सकता
है।
घर
और
गाड़ी
खरीदने
के
लिए
यह
सुविधा
पूर्व
विधायकों
को
भी
दी
जाती
है।
देव
आशीष
भट्टाचार्य
ने
आरटीआई
दाखिल
कर
विधायकों
के
लोन
लिए
जाने
के
बारे
में
जानकारी
मांगी
थी।
मिली
जानकारी
के
मुताबिक,
कुल
73
पूर्व
विधायकों
ने
यह
लोन
ले
रखा
है
लेकिन
इसे
कब
तक
भरा
जाना
है,
इसकी
कोई
समय
सीमा
निर्धारित
नहीं
की
गई
है।
नियमों के तहत सभी विधायक 50 लाख रुपये तक एडवांस लेने के लिए पात्र हैं और पूर्व विधायक को 15 लाख रुपये कर्ज दिया जा सकता है। अगर किसी विधायक या पूर्व विधायक की लोन चुकाए बगैर ही मौत हो जाती है तो उस स्थिति में अगर राज्यपाल संतुष्ट है कि संबंधित परिवार कर्ज नहीं चुका सकता, तब बाकी बचे लोन को माफ भी किया जा सकता है।
आरटीआई
से
मिली
जानकारी
मिली
जानकारी
के
मुताबिक
प्रदेश
के
73
पूर्व
विधायक
ऐसे
हैं,
जिन्होंने
विधानसभा
से
लोन
किया
है।
इनमें
भाजपा
के
राष्ट्रीय
कार्यकारी
अध्यक्ष
जेपी
नड्डा
ने
15
लाख
लोन
लिया
है,
जिसमें
7
लाख
55
हजार
25
रुपये
चुकाने
बाकी
है।
इसी
तरह
पूर्व
मंत्री
और
मौजूदा
सांसद
किशन
कपूर
ने
भी
20
लाख
कर्ज
लिया
है,
जिसमें
से
7
लाख
88
हजार
रुपये
चुकाने
हैं।
पूर्व
विधायक
नवीन
धीमान
ने
भी
विधायक
रहते
15
लाख
रूपये
कर्ज
लिया
था
और
अब
तक
13
लाख
92
हजार
बकाया
है।
पूर्व
भाजपा
सरकार
में
मंत्री
रविंद्र
सिंह
रवि
ने
35
लाख
कर्ज
लिया
था,
जिसमें
26
लाख
देने
हैं।
कांग्रेस
नेता
सुधीर
शर्मा
ने
50
लाख
लोन
लिया
था,
इसमें
37
लाख
रुपये
चुकाने
हैं।
पूर्व स्वास्थ मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने घर बनाने के लिए 19 लाख रुपये लिये थे, जिसमें 14 लाख बचे हैं, वहीं, मोटर-कार के लिए उन्होंने 30 लाख लिये थे, जिसमें 20 लाख बकाया है। बल्ह से कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक प्रकाश चौधरी ने भी घर बनाने के लिए 36 लाख लिए थे, जिसमें 26 लाख अभी चुकाने हैं। मौजूदा भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने भी घर बनाने के लिए 20 लाख लिये थे, जिसमें 10 लाख बकाया है। महेश्वर सिंह ने 37 लाख लोन लिया है और 27 लाख बकाया है।
वैसे लोन देते वक्त इस पैसे को विधायकों की सैलरी और पूर्व विधायकों की पेंशन से काटे जाने का प्रावधान बताया जाता है। हालांकि, जो लंबे समय से पैसे का भुगतान नहीं कर रहे हैं, उन्हें लेकर कार्रवाई का अधिकार विधानसभा सचिवालय को ही है लेकिन लोन न चुकाने के मामलों में कार्रवाई को लेकर विधानसभा सचिवालय मौन है।