दलाई लामा की जान को खतरा, बौध भिक्षु को भेज हत्या करा सकता है चीन
शिमला। तिब्बत से नेपाल के रास्ते भारत आने वाले तिब्बती अब बिना अधिकारिक दस्तावेजों के तिब्बतियों के अध्यात्मिक नेता दलाई लामा से नहीं मिल पाएंगे। इसके लिए भारत सरकार ने बकायदा एक एडवाइजरी जारी की है। जिस पर हिमाचल पुलिस ने अमल करना शुरू कर दिया है। दलाई लामा हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में रहते हैं व भारतीय विदेश मंत्रालय गृह मंत्रालय के साथ उनकी सुरक्षा को मॉनिटर करता है। वहीं तिब्बत की निर्वासित सरकार का सुरक्षा घेरा भी रहता है। इसके साथ हिमाचल पुलिस के डीएसपी स्तर के अधिकारी दलाई लामा की सुरक्षा में तैनात हैं। अब नए प्रारूप के तहत दलाई लामा के प्रवचन को सुनने चीन से पर्याप्त दस्तावेजों के बिना भारत आने वाले बौद्ध भिक्षुओं के लिए दरवाजे बंद कर दिए गए हैं। यह इसलिए किया जा रहा है ताकि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा की सुरक्षा को कोई खतरा न हो। इस बाबत तिब्बत की निर्वासित सरकार को भी भारत सरकार ने अवगत करा दिया है।
अब बिना किसी पुख्ता दस्तावेज के नहीं मिल सकेंगे बौद्ध भिक्षु
पिछले कुछ समय से तिब्बती धर्मगुरू भारत में रह रहे हैं। जहां तिब्बती यहां आकर धर्मगुरू दलाईलामा से मिल रहे थे। इन्हें नेपाल में निर्वासित तिब्बत सरकार के दफ्तर से भारत में आने की अनुमति मिलती थी। तिब्बत से भागकर आने वाले अमूमन तिब्बतियों के पास पहचान के पुख्ता दस्तावेज नहीं होते हैं। मसलन, पासपोर्ट आदि दस्तावेज इनके पास नहीं होते। मसले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर बिना पहचान वाले तिब्बतियों पर दलाईलामा से मिलने पर रोक लगा दी है।
चीन करा सकता है दलाईलामा पर हमला
दरअसल, नियमों के अनुसार, ऐसे बौद्ध भिक्षुओं को दिल्ली, धर्मशाला या काठमांडू में तिब्बती रिसेप्शन सेंटर पर सूचित कर पंजीयन कराना जरूरी होता है। लेकिन पहचान उजागर होने के डर से वे पंजीयन नहीं कराते और तब भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पसो पेश में पड़ जाती हैं। इसका दलाई लामा की सुरक्षा पर भी गंभीर असर पड़ सकता है। इसी को देखते हुए भारत सरकार ऐसे बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए भारत आने के दरवाजे बंद करने का कदम भी उठाया है। बताया जा रहा है कि तिब्बत की निर्वासित सरकार को अपने सूत्रों से कुछ इनपुट मिले हैं कि चीन के इशारे पर दलाई लामा पर जानलेवा फिदाइन हमला हो सकता है। इसके लिए चीन कुछ लोगों को बौद्ध भिक्षु के भेष में भारत भेजने की फिराक में है। इन खुफिया इनपुट्स को भारत सरकार के साथ साझा किया गया है व इसके बाद अब दलाई लामा की सुरक्षा में बदलाव करने पर मंथन चल रहा है।
सरकार की ओर से सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम
एसपी कांगड़ा संतोष पटियाल ने माना कि इस तरह की एडवाइजरी जारी हुई है। उन्होंने कहा कि बिना पुख्ता पहचान दिखाए कोई भी तिब्बती धर्मगुरु से नहीं मिल सकता है। पहचान के पूरे दस्तावेज दिखाने के बाद ही लोगों को दलाईलामा से मिलने दिया जाएगा। सुरक्षा के मद्देनजर ऐसा किया गया है।
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