आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुआ हिमाचल का अजय, राजकीय सम्मान के साथ हुई अंतिम विदाई
शिमला। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए हिमाचल के जवान अजय कुमार का पार्थिव शरीर नाहन स्थित पैतृक गांव पहुंचा। शहीद को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आये थे। सैन्य और प्रशासनिक अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। शहीद के पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
आतंकियों से हुई मुठभेड़
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला पच्छाद के कोटला पंजोल पंचायत के थुरंग गांव के अजय कुमार कौंडल 42 राष्ट्रीय राइफल्स में श्रीनगर में तैनात थे। पुलवामा जिला में त्राल के वन क्षेत्र लाम में आतंकवादियों के छिपे होने की जानकारी मिलने के बाद राष्ट्रीय राइफल्स, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सहित सुरक्षाबलों ने संयुक्त रूप से एक अभियान चलाया। आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान अजय कुमार गोलीबारी में घायल हो गए। अजय ने आर्मी बेस अस्पताल में आखिरी सांस ली।
6 महीने पहले हुई भाई की मौत
पंचायत प्रधान राज कुमार ने बताया कि अजय कुमार सिरमौर जिले की राजगढ़ तहसील की कोटला-पंझोला पंचायत के थुरग गांव के रहने वाले है और जम्मू-कश्मीर में 42-राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। बताया कि करीब 6 माह पहले शहीद के छोटे भाई का निधन हो गया था। अजय ही मां-बाप का इकलौता सहारा था। अब अजय के शहीद हो जाने के बाद बूढ़े मां-बाप का आंगन सुना हो गया है। अजय की अभी तक शादी नहीं हुई थी।
राज्यपाल और सीएम ने शहादत पर प्रकट किया शोक
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र में आतंकी हमले में शहीद हुए जवान अजय कुमार की शहादत पर गहरा शोक व्यक्त किया हैं। राज्यपाल ने कहा कि शहीद अजय कुमार ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं और देश के लोग इस महान बलिदान के लिए हमेशा बहादुर सिपाही के ऋणी रहेंगे।