कोटखाई कांड: सत्ता परिवर्तन के बाद बढ़ी IG जैदी समेत 8 पुलिसकर्मियों की ज्यूडिशियल कस्टडी
वकील के अदालत में पेश न होने के चलते वॉयस सैंपल को लेकर दी गई अर्जी पर कई बार सुनवाई टल चुकी है। अब इस मामले की सुनवाई 6 जनवरी को होगी।
शिमला। प्रदेश में भले ही सत्ता परिवर्तन हो चुका हो, लेकिन कोटखाई दुराचार और हत्याकांड के आरोपी सूरज की हवालात में हत्या के मामले में फंसे हिमाचल पुलिस के आईजी सहित दूसरे कर्मियों की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। कोटखाई गैंगरेप मर्डर केस से जुड़े हवालात में हत्या के मामले में ज्यूडिशियल कस्टडी में चल रहे आईजी जहूर जैदी सहित नौ पुलिसकर्मियों की ज्यूडिशियल कस्टडी एक बार फिर बढ़ गई है। शुक्रवार को इन आरोपियों के वायस सैंपल को लेकर भी सुनवाई होनी थी, लेकिन आरोपी पक्ष की तरफ से कोई वकील पेश ना होने से सुनवाई टल गई। अब इस मामले की सुनवाई 6 जनवरी को होगी।
गौरतलब है की सूरज की हवालात में हत्या मामले में ये सभी आरोपी ज्यूडिशियल कस्टडी में चल रहे हैं। आईजी समेत आठ पुलिस कर्मी अगस्त महीने के अंत में हिरासत में लिए गए, जबकि शिमला के पूर्व एसपी डीडब्ल्यू नेगी नवंबर महीने में हिरासत में लिए गए। बता दें कि बचाव पक्ष की तरफ से किसी भी वकील के अदालत में पेश न होने के चलते वॉयस सैंपल को लेकर दी गई अर्जी पर कई बार सुनवाई टल चुकी है।
कोटखाई केस में एस.आई.टी. द्वारा गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों में से एक आरोपी सूरज की बीते 18 जुलाई को कोटखाई थाने में मौत हो गई थी। सी.बी.आई. ने इस मामले में एस.आई.टी. के मुखिया आई.जी. जहूर जैदी सहित 8 सदस्यों को बीते 29 अगस्त को गिरफ्तार किया था।
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