धर्मशाला इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का हुआ शानदार आगाज
डीआईएफएफ फेस्टिवल के निदेशक रितु सरीन और तेनेजिन सोनम ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और हर साल डीआईएफएफ के सफल आयोजन के लिए सभी को धन्यवाद दिया।
शिमला। धर्मशाला इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल डीआईएफएफ 2017 का शानदार आगाज हुआ। धर्मशाला से सटे मैकलोडगंज के तिब्बतन चिल्ड्रंस विलेज (टीसीवी) के सभागार में छात्रों द्वारा प्रस्तुत संगीत कार्यक्रम के साथ शुरू हुआ। डीआईएफएफ फेस्टिवल के निदेशक रितु सरीन और तेनेजिन सोनम ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और हर साल डीआईएफएफ के सफल आयोजन के लिए सभी को धन्यवाद दिया। समारोह में ओपनिंग फिल्म मुक्ति भवन की मुख्य लीड आदिल हुसैन उद्घाटन के लिए उपस्थित थे। इस अवसर पर ओपनिंग फिल्म - मुक्ति भवन को प्रर्दशित किया गया। मुक्ति भवन में 77 वर्षीय दया की कहानी है, जो एक अजीब दु:स्वप्न से उठकर आश्वस्त हो गया है कि उनका समय समाप्त हो चुका है और मुक्ति प्राप्त करने के लिए और मरने के लिए उन्हें वाराणसी जाना चाहिए। उनके कर्तव्यपरायण पुत्र राजीव को अपनी पत्नी और बेटी के पीछे छोड़ने और उनके साथ यात्रा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
इस प्रकार दोनों लोग मुक्ति भवन की जांच कर रहे हैं - यह एक होटल जो अपने दिनों को समाप्त करने के लिए इंतजार कर रहे लोगों के लिए समर्पित है और राजीव को अपने जीवन में पहली बार उनके पिता के साथ रहना और उनकी देखभाल करनी पड़ रही है। जल्द ही दया को होटल में समुदाय की भावना मिलती है और 75 वर्षीय विमला के रूप में एक साथी। जैसे ही दिन बीत जाते हैं, राजीव अपने पिता के साथ रहना या घर वापस अपने कर्तव्यों को पूरा करने की दुविधा का सामना करते हैं।
इस अवसर पर फिल्म प्रशंसा प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। जिनमें समद लोमों, पेटेन स्कूल, कृतिका, गमरू गांव स्कूल जूनियर विजेता रहे। वहीं मंथन करकी, द आर्मी स्कूल, वसुंधरा थापा, द आर्मी स्कूल विजेता रहे।