सेना में भर्ती होने के लिए पहले जान लें ये नए नियम, अब मेडिकल में होंगे ये भी टेस्ट
भर्ती में अव्यवस्था और अन्य प्रकार की संभावित धांधली से बचने के कारण ये प्रयोग किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस बार ऊना में 6 जिलों की भर्ती में 29 हजार युवाओं ने आवेदन किया है।
शिमला। अगर आप भारतीय सेना में भर्ती होने की इच्छा रखते हैं तो सावधान हो जाइए, अब सेना में भर्ती होने के लिए नए नियमों से होकर गुजरना होगा। उसके बाद ही आप अपने सपने को साकार होते देख सकते हैं। अब ना तो भर्ती होने में कोई धांधली चलेगी और ना ही कुछ और! भारतीय सेना ने हिमाचल प्रदेश में हो रही भर्ती के दौरान पहली बार डिजिटल बैंड का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। जिससे पूरी भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती जा रही है। इसके चलते अब कोई भी दलाल युवाओं को भर्ती करवाने के नाम पर गुमराह नहीं कर सकेगा। वहीं डोपिंग टेस्ट लागू होने से युवाओं को कठिन परीक्षा देनी होगी। ऊना में चल रही भर्ती रैली में अभ्यर्थियों को बकायदा डिजिटल बैंड लगाने के बाद ही मेडिकल के लिए एंट्री दी जा रही है। डिजिटल बैंड में बायोमेट्रिक सिस्टम के अलावा अभ्यर्थी के रेटीना मार्क भी निरापद किए जाएंगे, जो यूएफआईडी सर्वर में अपलोड रहेगा।
भर्ती में अव्यवस्था और अन्य प्रकार की संभावित धांधली से बचने के कारण ये प्रयोग किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि इस बार ऊना में 6 जिलों की भर्ती में 29 हजार युवाओं ने आवेदन किया है। सेना ने भर्ती होने आए युवाओं का पहली बार ड्रग टेस्ट भी करवाया है। इनमें ग्राउंड पास करने वालों को सेना की ओर से डिजिटल बैंड जारी किए जा रहे हैं।
सेना भर्ती कार्यालय, हमीरपुर के निदेशक कर्नल संजय चावला ने बताया कि भर्ती में किसी प्रकार की धांधली के चलते ही इस बार सेना ने नया प्रयोग करते हुए डिजिटल बैंड समेत डोप टेस्ट को अपनाया है। सेना के लिए चल रही भर्ती प्रक्रिया में हजारों की संख्या में युवा पसीना बहा रहे हैं। हालांकि इस भर्ती प्रक्रिया के लिए 4300 युवाओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाई थी। स्क्रीनिंग टेस्ट और मेडिकल टेस्ट में सफल प्रतिभागियों की भर्ती मेरिट के आधार पर ही होगी।
Read more: हिमाचल प्रदेश: जूनियर ऑफिस असिस्टेंट परीक्षा का रिजल्ट घोषित