PICS: आज 100 साल के हो गए देश के पहले मतदाता......श्याम शरण नेगी
1951-52 के पहले लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक के हर चुनाव में उन्होंने मतदान किया है। टीचर हैं और भी लोगों को मतदान के लिए जागरुक करते हैं।
शिमला। देश के सबसे पहले मतदाता श्याम शरण नेगी आज 100 साल के हो गए हैं। श्याम शरण नेगी भारत के पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर के कल्पा में रहते हैं। नेगी एक रिटायर्ड शिक्षक हैं और उनकी उम्र 100 साल हो चुकी है। जब लोग मतदान करने में कोई खास रुचि नहीं दिखाते थे तब नेगी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत थे।
शुक्रवार को श्याम नेगी ने अपना 100वां जन्मदिन मनाया और वो अब भी पूरी तरह स्वस्थ हैं। हालांकि वो अब लाठी के सहारे चलते हैं। श्याम शरण नेगी कल्पा के चिन्नी गांव के रहने वाले हैं। ये विश्व का सबसे ऊंचा पोलिंग स्टेशन भी है। 2012 के विधानसभा चुनाव के मुताबिक, समुद्रतल से 15,000 फीट की ऊंचाई पर बनाए गए इस पोलिंग स्टेशन पर 326 वोटर थे, जिनमें 153 महिलाएं शामिल थी। उनके जन्मदिन पर शुक्रवार को पूर्व विधायक और एसडीएम ने भी बधाई दी और उनकी दीर्घायु की कामना की।
1917 में हिमाचल प्रदेश के कल्पा के चिन्नी गांव में जन्में श्याम शरण नेगी ने अक्तबूर 1951 में पहली बार आम चुनावों में वोट डाला था। हालांकि देश में पहले आम चुनाव 1952 में हुए थे। लेकिन कल्पा में भारी बर्फभारी की आशंका के चलते पांच महीने पहले ही वोटिंग हो गई थी। श्याम शरण नेगी के चेहरे की इन झुर्रियों में भारतीय लोकतंत्र के हर पड़ाव को आप पढ़ सकते हैं। आजाद भारत के पहले मतदाता का खिताब हासिल करने वाले श्याम शरण नेगी को आज भी 25 अक्तूबर 1951 का वो दिन याद है जब उन्होंने देश की पहली लोकसभा के लिए वोट डाला था। हिमाचल के किन्नौर जिले के रहने वाले श्याम शरण नेगी ने भारी बर्फ के बीच अपने गांव के स्कूल में स्थापित किए गए मतदान केंद्र में पहली बार अपना मत डाला था। उन्होंने बताया कि 1951-52 के पहले लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक के हर चुनाव में उन्होंने मतदान किया है। किन्नौर जिले का पहला मतदान केंद्र लगभग 10 हजार फुट की ऊंचाई वाले चीनी गांव में स्थापित किया गया था। मतदान शुरू हुआ तो श्याम शरण नेगी कतार में सबसे पहले लगे थे। उन्होंने यहां अपना पहला वोट डाला और उसी के साथ उनका नाम इतिहास में लोकतांत्रिक भारत के पहले मतदाता के रूप में दर्ज हो गया। तब से लेकर नेगी अब तक कुल 28 बार मतदान कर चुके हैं। 16 बार लोकसभा के लिए और 12 बार विधानसभा के लिए। पेशे से स्कूल अध्यापक रहे श्याम शरण नेगी 1975 में रिटायर होने तक स्कूल में बच्चों को भी वोट की ताकत के बारे में हमेशा समझाते रहे और आज भी वो यही समझाते हैं।
भारत के इतिहास में जगह बनाने वाले श्याम शरण नेगी ने कहा कि लोगों की दुआओं का ही असर है कि उन्होंने अपनी जिंदगी के सौ बसंत देखे हैं। नेगी कहते हैं कि भारत एक बार फिर से विश्वगुरु बनेगा। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की और कहा कि महात्मा गांधी के बाद वही है जो देश को एकजुट कर पाए। 2010 में चुनाव आयोग के तत्कालीन चीफ इलेक्शन कमीशनर ने उन्हें चुनाव आयोग के गोल्डन जुबली सेलिब्रेशन पर सम्मानित किया था। फिलहाल नेगी चुनाव आयोग के ब्रैंड अबेस्डर भी हैं। 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने 12वीं बार वोट डाला था। इस साल के अंत तक होने वाले चुनावों में फिर मतदान करने की उनकी इच्छा है। भारत के निर्वाचन आयोग ने उन्हें देश के दूसरे मतदाताओं के सामने उदाहरण की तरह पेश किया है। गूगल इंडिया ने श्याम शरण नेगी पर एक वीडियो संदेश जारी किया है जो 'ट्रू स्टोरी ऑफ अ मैन हू नेवर मिस्ड एन ऑपॉर्च्यूनिटी टू वोट' या 'एक आदमी की सच्ची कहानी जिसने कभी वोट देने का मौका नहीं गंवाया' के बारे में बात करती है। इस वीडियो को अब तक दुनिया भर में लाखों लोग देख चुके हैं।
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