हिमाचल: तीन साल संविदा पर काम कर चुके कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, 30 सितंबर को सबकी नौकरी होगी रेगुलर
शिमला। हिमाचल प्रदेश में तीन साल कॉन्ट्रेक्ट पर काम कर चुके कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। हिमाचल सरकार उनकी नौकरी को रेगुलर करने जा रही है। प्रदेश में कॉन्ट्रेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों की सेवा को रेगुलर करने का काम दो बार किया जाता है। 31 मार्च और 30 सितंबर को इस काम को सरकार करती है। इस बार भी 30 सितंबर को तीन साल कॉन्ट्रेक्ट का काम पूरा कर चुके कर्मचारियों को सरकार नियमित कर देगी।
हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार ने सभी विभागों, बोर्डों और निगमों को उन कर्मचारियों के बारे में ब्योरा जुटाने को कहा है जो 30 सितंबर तक तीन साल संविदा पर काम कर चुके हैं। सभी औपचारिक कार्यवाही करने के बाद इन कर्मचारियों की नौकरी रेगुलर कर दी जाएगी। इसके बारे में पहले से तैयारी की जा रही है।
प्रदेश के सबसे बड़े डिपार्टमेंट शिक्षा विभाग में सबसे ज्यादा कर्मचारियों की नौकरी रेगुलर होनी है इसलिए इस विभाग ने पहले से जिलों से कर्मचारियों का डाटा जुटाने का काम शुरू कर दिया था। 30 सितंबर तक तीन साल संविदा पर काम कर चुके लोगों की नौकरी नियमित कर दी जाएगी। साथ ही जिन कर्मचारियों के तीन साल तीस सितंबर के बाद पूरे होंगे, उनकी नौकरी रेगुलर करने का काम अगले साल 31 मार्च को किया जाएगा।
हिमाचल
में
सरकारी
स्कूल
छोड़ने
वाले
छात्रों
पर
रिपोर्ट
हिमाचल
प्रदेश
में
सरकारी
स्कूल
को
छोड़ने
वाले
छात्र-छात्राओं
पर
यू
डाइस
की
रिपोर्ट
आई
है।
इसमें
यह
बताया
गया
है
कि
2019-20
के
बीच
23
हजार
विद्यार्थियों
ने
सरकारी
स्कूल
जाना
छोड़
दिया।
इन
ड्रॉप
आउट
विद्यार्थियों
में
14
हजार
छठी
से
दसवीं
तक
के
हैं।
8
हजार
छात्र-छात्रा
पहली
से
पांचवीं
क्लास
पास
करते-करते
सरकारी
स्कूल
से
निकल
गए।
सरकारी
स्कूल
छोड़ने
वालों
में
102
विद्यार्थी
11वीं
और
12वीं
के
हैं।
सरकारी
स्कूल
में
पहली
से
बारहवीं
तक
पढ़ने
वाले
विद्यार्थियों
की
संख्या
में
भी
कमी
आई
है।
2018-19
के
बीच
विद्यार्थियों
की
संख्या
8,24,073
थी।
2019-20
में
यह
संख्या
घट
गई
और
8,01,043
रह
गई।
साल
दर
साल
प्रदेश
के
सरकारी
स्कूल
में
पढ़ने
वाले
विद्यार्थियों
की
संख्या
में
गिरावट
देखी
जा
रही
है।
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