हिमाचल में आज थम जाएगा चुनाव प्रचार, पार्टियों ने झोंकी ताकत
शिमला। हिमाचल प्रदेश में नौ नवंबर को होने वाली वोटिंग के लिये मंगलवार को चुनाव प्रचार थम जाएगा। मंगलवार शाम से प्रदेश में जनसभाओं, लाउड स्पीकर और रोड शो पर रोक लग जाएगी। सात नवंबर शाम पांच बजे के बाद प्रत्याशी सिर्फ डोर टू डोर प्रचार कर सकेंगे। मतदान नौ नवंबर को होना है जब कि चुनाव परिणाम 18 दिसंबर को होगी। आज प्रदेश में राहुल गांधी व अमित शाह की रैलियों के साथ ही विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो जायेगी। हालांकि भाजपा की ओर से मंगलवार को भाजपा नेता स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह, त्रिवेंदर सिंह रावत भी चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे।
पी.एम. नरेंद्र मोदी के अलावा भी मानो पार्टी का पूरा राष्ट्रीय नेतृत्व हिमाचल के चुनावी दंगल में डटा हुआ है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, यू.पी. के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा व रेलवे मंत्री पियूष गोयल इत्यादि कई केंद्रीय मंत्री हिमाचल में चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं।
कांग्रेस की बात करे तो मुख्यत: वीरभद्र सिंह के कंधों पर चुनाव प्रचार की कमान है। उनके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, सांसद नवजोत सिंह सिद्धू भी कांग्रेस के स्टार प्रचारक का काम कर रहे हैं, वहीं माकपा नेता सीताराम येचुरी भी शिमला में रैली कर चुके हैं। इस दौरान प्रत्याशी डोर-टू-डोर जाकर या फिर जनसभाएं करके जनता का समर्थन जुटाने में जुटे रहे। जीत का फैसला किसके सिर बंधता है, ये 9 नवम्बर को ई.वी.एम. मशीनों में कैद हो जाएगा। हालांकि चुनावी नतीजों के लिए उम्मीदवारों समेत प्रदेशवासियों को भी 18 दिसम्बर का लंबा इंतजार करना होगा। 68 विधानसभा सीटों के लिए कुल 338 दावेदारों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
सुबह
8
बजे
शुरू
होगा
मतदान
प्रदेश
के
सभी
68
विधानसभा
हलकों
में
9
नवम्बर
को
मतदान
होना
है।
वोटिंग
सुबह
8
बजे
शुरू
होगी
और
शाम
5
बजे
तक
चलेगी।
इस
काम
के
लिए
प्रदेश
के
अलग-अलग
क्षेत्रों
में
चुनाव
ड्यूटी
में
तैनात
कर्मचारी
और
सुरक्षा
बल
भी
रविवार
को
अपने-अपने
क्षेत्रों
के
लिए
रवाना
हो
गए
हैं।
आज
10
बजे
तहसील
व
उप
तहसील
मुख्यालय
में
सभी
कर्मचारियों
को
चुनावी
रिहर्सल
में
शामिल
होना
है।
इस
दौरान
सभी
कर्मचारियों
की
हाजिरी
लगने
के
बाद
उन्हें
ई.वी.एम.
और
वी.वी.पैट
दी
जाएगी।
इसके
बाद
ई.वी.एम.
और
वी.वी.पैट
की
सुरक्षा
की
जिम्मेदारी
इन
कर्मचारियों
और
सुरक्षा
बलों
की
रहेगी।
बुधवार
को
ही
चुनावी
ड्यूटी
में
तैनात
कर्मचारियों
को
पोलिंग
स्टेशन
पहुंचकर
मतदान
की
तैयारियां
करनी
होंगी।
इन
चुनाव
में
37
हजार
से
ज्यादा
कर्मचारी
और
17
हजार
से
अधिक
सुरक्षा
कर्मचारी
ड्यूटी
दे
रहे
हैं।
चुनाव
की
पूरी
जिम्मेदारी
इन्हीं
के
कंधों
पर
है।
इस बीच मुख्य चुनाव अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि 7 नवम्बर को शाम 5 बजे के बाद से प्रदेशभर में चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसके बाद कोई भी प्रत्याशी झुंडों में प्रचार व लाऊड स्पीकर का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। यदि कोई ऐसा करते पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर जिला निर्वाचन अधिकारियों और रिटर्निंग आफिसर को निर्देश जारी कर दिए हंै।