हिमाचल प्रलय: खाने के पैकेट पर टूट पड़ते फंसे लोग फिर इस तरह आए मौत के मुंह से बाहर
शिमला। हिमाचल में जगह-जगह भूस्खलन और बर्फबारी से अस्त-व्यस्त पड़े आम जनजीवन के बीच सेना के जवान एयरलिफ्ट कर लोगों की जिंदगियां बचा रहे हैं। कई फुट बर्फ से ढंकी गगनचुंबी चोटियों से घिरी लाहौल-स्पिति जिले की घाटियों में लगभग छह दिन से फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रहरियों ने गुरुवार को भी एक के बाद एक कई उड़ानें भरीं। स्क्वाड्रन लीडर विपुल गोयल के नेतृत्व में भारतीय वायु सेना के एमआई-17 वी 5 हेलीकॉप्टर ने खाद्य सामग्री के साथ सुबह करीब नौ बजे भुंतर हवाई अड्डे से कुंजम दर्रे के अत्यंत दुर्गम क्षेत्र की ओर उड़ान भरी और रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया।
हेलीकॉप्टर से फंसे लोगों को खाने के पैकेट गिराने के बाद वहां लगभग छह दिन से फंसे लोग की जान में जान आ गई। हेलीकॉप्टर को हवा में रोककर वायु सेना के जांबाजों ने दस महिलाओं और तीन बच्चों को एयरलिफ्ट किया।
छोटा दड़ा में फंसे दर्जनों लोगों में से पहले इन महिलाओं और बच्चों को निकाला गया। हेलीकॉप्टर में दाखिल होते ही जहां वे अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे थे, और जांबाजों का बार-बार आभार व्यक्त कर रहे थे। छोटा दड़ा से 10 महिलाओं व 3 बच्चों को निकालने के बाद इसी उड़ान से कुंजम दर्रा के नजदीक फंसे लोगों के लिए खाद्य सामग्री फेंकी गई। इसके बाद एमआई-17 वी 5 ने लाहौल घाटी के संतीगरी हैलीपैड से भी आठ अन्य लोगों को साथ लेकर कुल 21 लोगों को कुल्लू पहुंचाया।
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