हिमाचल में अब तक 672 लोगों को रेस्क्यू कर चुकी है एयरफोर्स, बारिश से आई थी तबाही
शिमला। हिमाचल सरकार की देखरेख में भारतीय वायु सेना की ओर से चलाए गये रेस्क्यू ऑपरेशन में लाहौल घाटी के रोहतांग के आसपास के इलाकों में फंसे लोगों को निकाल लिया गया। दो दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी भारतीय वायुसेना लगातार लोगों को सुरक्षित निकाल रही है। हेलीकॉप्टरों ने लाहौल घाटी के सतींगरी हैलीपैड और बारालाचा के आस-पास कुल चार उड़ानें भरीं। इन उड़ानों के माध्यम से कुल 23 लोगों को कुल्लू के ढालपुर मैदान में स्थापित अस्थायी हैलीपैड तक पहुंचाया गया। कार्य के दौरान अब तक 672 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है। गुरुवार सुबह 9 लोगों को हेलिकॉप्टर के जरिए वायुसेना के जवानों ने एयरलिफ्ट किया।
बुधवार को दो अडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) और एक मीडियम लिफ्ट हेलिकॉप्टर (एमएलएच) को रेस्क्यू के काम में लगाया गया था। प्रशासन के मुताबिक जब तक सभी फंसे लोगों को निकाला नहीं जाता, एयरलिफ्ट अभियान जारी रहेगा। प्रदेश में हो रही बारिश व बर्फबारी से अब तक करोड़ों का नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि हालात खराब होने के कारण पूरा आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है। कुल्लू और लाहौल-स्पीति में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
भारी बारिश के कारण कुल्लू-मनाली क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों, पुलों, पेयजल योजनाओं और अन्य मूलभूत सुविधाओं को अतिशीघ्र बहाल करने और प्रभावित लोगों को तुरंत राहत प्रदान के लिए प्रशासनिक तंत्र और संबंधित विभाग तेजी से कार्य कर रहे हैं। प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार कुल्लू-मनाली मुख्य मार्ग को अतिशीघ्र बहाल करने के लिए नेशनल हाईवे अथारिटी, लोक निर्माण विभाग और हाईवे का कार्य कर रही कंपनी की मशीनों को लगाया गया है।
वन, परिवहन, युवा सेवाएं व खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने मनाली में प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अधिकारियों को नुकसान के व्यापक आंकलन और प्रभावितों को त्वरित राहत प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
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