मनाली-लेह मार्ग पर लापता 450 लोग, तीर्थयात्रा पर मुसीबत
संचार व्यवस्था ठप होने से सूचना का आदान-प्रदान करना कठिन हो रहा है। जि़ला प्रशासन की ओर से टीम को मौके के लिए रवाना कर दिया है।
शिमला। सिंधु दर्शन यात्रा पर गए करीब 450 तीर्थयात्री मनाली-लेह मार्ग पर बीती रात बादल फटने की घटना के बाद से लापता हैं। मनाली-लेह मार्ग पर पेटसियो और जिंगजिंगबार के पास ये घटना हुई है। जिससे इन तीर्थ यात्रियों का संपर्क टूट गया है। हालांकि बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन लाहौल स्पीति व कुल्लू जिला प्रशासन घटनास्थल तक पहुंचने के प्रयासों में जुटा हुआ है। जरूरत पड़ी तो हेलिकॉप्टर की मदद से उन्हें निकाला जाएगा।
बताया जा रहा है कि कई प्रातों से आए ये सभी लोग 15 बसों में सिंधु दर्शन यात्रा में हिस्सा लेने के बाद लेह से मनाली लौट रहे थे। जहां भारी भूस्खलन हुआ है। यहां पर करीब 200 मीटर सड़क धंस गई है। जिससे ये मार्ग पूरी तरह से यातायात के लिए बंद हो गया है। बताया जा रहा है कि जिस पर भूस्खलन हुआ है वो केलॉन्ग से 70 किमी व दारचा से 15 किमी की दूरी पर स्थित है और मनाली से 160 किमी दूर है। संचार व्यवस्था ठप होने से सूचना का आदान-प्रदान करना कठिन हो रहा है। जि़ला प्रशासन की ओर से टीम को मौके के लिए रवाना कर दिया है। बीआरओ की टीम सड़क बहाल करने में जुटी है। बता दें कि घटनास्थल पर मोबाइल कनेक्टिविटी भी नहीं है। बीआरओ की टीम मौके पर पहुंची हुई है और राहत और बचाव कार्य जारी है। घटना में किसी के भी हताहत होने की फिलहाल कोई खबर नहीं है।
सिंधु दर्शन कार्यक्रम के संयोजक डॉ. चंद्र मोहन परशीरा ने बताया कि उन्होंने इस बारे में जिला प्रशासन और बीआरओ को जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि ये सभी लोग 27 जून को सिंधू दर्शन कार्यक्रम की समाप्ति के बाद लेह से मनाली के लिए चले थे। लेकिन तय वक्त पर जब केलॉन्ग नहीं पहुंचे तो उनकी टीम पड़ताल के लिए लेह की तरफ रवाना हुई। इस दौरान बारलाचा के नजदीक सड़क बंद थी और इस वजह से उन लोगों को वापस आना पड़ा। चंद्र मोहन ने बताया कि मौके पर 100 से 200 मीटर का क्षेत्र कट गया है। वहीं लाहौल स्पीति के डीसी देवा सिंह नेगी का कहना है कि देर रात ही प्रशासन की एक टीम मौके पर रवाना हुई थी, लेकिन रोड ब्लॉक होने से टीम को वापस आना पड़ा है। डीसी ने बताया कि अभी मौसम खराब है लेकिन बारिश नहीं हो रही है। हालांकि उन्होंने बादल फटने की बात से इनकार किया है। उनका कहना है कि लैंडस्लाइडिंग की वजह से रास्ता बंद है। दोनों ओर वाहन फंसे हुए हैं।
केलॉन्ग थाना प्रभारी ललित महंत ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि केलॉन्ग और लेह के बीच पटसेऊ से लेह की ओर दो स्थानों में भूस्खलन हुआ है। इसके चलते लेह की ओर से आ रहे पर्यटक उधर फंस गए हैं, जबकि केलॉन्ग की ओर से लेह जाने वाले सैलानियों को आगे बढ़ने से रोक दिया गया है। उन्होंने बताया कि बीआरओ के जवान घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं ताकि लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।
ये है सिंधू दर्शन कार्यक्रम
बता दें कि 23 से 27 जून तक हर साल ये सिंधू दर्शन कार्यक्रम होता है। देशभर से लोग लेह में सिंधू नदी के किनारे पूजा-पाठ करते हैं। 21 साल पहले देश के तत्कालीन गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवानी ने इस यात्रा का आगाज किया था।
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