हाथरस: पीड़िता के घर से गायब बताई जा रही महिला आई सामने, पूछा- पुलिस ने किस आधार पर मुझे नक्सली कहा?
हाथरस। चर्चित हाथरस कांड मामले में रोजाना नए ट्विस्ट आ रहे हैं, आज फिर एक नया ट्विस्ट आया है। जिसके बाद पुलिस और एसआईटी की टीम और सतर्कता से जांच में जुट गई हैं। दरअसल, इस मामले में एक संदिग्ध महिला सामने आई है, जिसे पीड़िता की भाभी बताया जा रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता के घर में सीसीटीवी कैमरे और मेटल डिटेक्टर लगते ही वो महिला वहां से गायब हो गई। वहीं, जिस महिला पर नक्सली होने का आरोप लगा रहा था वो मीडिया के सामने आ गई है। महिला ने बयान जारी करते हुए कहा कि मेरा कोई रिश्ता नहीं है, मैं केवल आत्मीयता के तौर पर हाथरस गैंगरेप पीड़िता के घर गई थी।
राजकुमारी बंसल ने बताया कि उनको अच्छा लगा कि हमारे समाज की एक लड़की इतने दूर से आई है तो उन्होंने कहा कि बेटा एक दो दिन रूक जाओ, तो मैं रूक गई। उन्होंने कहा कि मैं पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद करना चाहती थी। सिर्फ पति को बताकर गई थी। उधर, एसआईटी की जांच पर सवाल खड़ा करते हुए महिला ने कहा कि पहले सबूत पेश करें। वहीं बोलना और आरोप लगाना बहुत आसान होता है।
पेशे से मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर डॉक्टर राजकुमारी बंसल ने कहा कि मुझे लगा कि मेरे नंबर के साथ टेंपरिंग की जा रही हैं। मैने फौरन साइबर पुलिस में रिपोर्ट की है। ये मेरे मान सम्मान की बात है। कैसे मुझे नक्सल कहा गया। उन्होंने कहा कि मैं फॉरेंसिक रिपोर्ट देखने गई थी, क्योंकि मैं एक्सपर्ट हूं उस विषय की। महिला ने कहा कि मैंने भाभी बनकर कभी इंटरव्यू नहीं दिया, मैने कहा कि मैं बेटी हूँ।
क्राइम
सीन
भी
रिक्रिएट
कर
सकती
है
SIT
खबरों
के
मुताबिक,
एसआईटी
की
टीम
ने
हाथरस
कांड
की
जांच
तेज
कर
दी
है।
शुक्रवार
को
भी
पीड़िता
के
गांव
के
40
लोगों
से
पूछताछ
की
गई।
जिन
लोगों
से
एसआईटी
ने
सवाल-जवाब
किए
उनमें
आरोपियों
घरवाले
और
पीड़ित
परिवार
के
कुछ
पड़ोसी
भी
शामिल
हैं।
दरअसल,
एसआईटी
की
टीम
ये
जानना
चाहती
है
कि
14
सितंबर
यानी
वारदात
के
दिन
क्या
हुआ
था।
अब
खबर
आ
रही
है
कि
आज
फिर
से
पीड़ित
परिवार
से
एसआईटी
की
टीम
पूछताछ
कर
सकती
है।
साथ
ही
क्राइम
सीन
फिर
से
रिक्रिएट
कर
सकती
है।