हाथरस केस: जेल में बंद एक आरोपी निकला नाबालिग, CBI के सामने आई मार्कशीट
हाथरस। 19 वर्षीय युवती के साथ कथित गैंगरेप और हत्या के मामले ने जहां पूरे देश को हिलाकर रख दिया। वहीं, अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की जांच में अहम खुलासा हुआ। साथ ही, आरोपियों से करीब आठ घंटे तक चली पूछताछ के दौरान सीबीआई को कई अहम सबूत भी मिले हैं। इसके साथ ही केस में पुलिस की लापरवाही का एक और मामला आया सामने आया है। दरअसल, जेल गए बंद चारों आरोपियों में से एक आरोपी की उम्र 18 साल से कम है।
दरअसल, 19 अक्टूबर को सीबीआई की टीम अलीगढ़ जिला कारागार में बंद आरोपियों से पूछताछ के लिए पहुंची। जेल अधिकारी ने बताया, 'प्रत्येक आरोपी से अलग से पूछताछ के बाद सीबीआई टीम शाम को यहां से रवाना हुई।' चारों आरोपियों के परिजनों से सीबीआई पहले ही पूछताछ कर चुकी है। इस दौरान आरोपियों के परिवारों ने दावा किया था कि उन्हें फंसाया जा रहा है। वहीं, एक आरोपी की मां का कहना है कि सीबीआई की टीम मेरे बेटे की मार्कशीट ले गई है, वो नाबालिग है। साथ ही मेरे बड़े बेटे के कपड़े को भी लेकर गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी की दसवीं क्लास की मार्कशीट है, जिस पर जन्म तारीख 2 दिसंबर 2002 दर्ज है। सीबीआई के हाथ आरोपी की हाईस्कूल की मार्कशीट लगने के बाद घटना से जुड़े सभी सस्पेंड पुलिसकर्मियों से पूछताछ की गई। इससे पहले अलीगढ़ जेल में चारों आरोपियों से सीबीआई ने 8 घंटे तक लंबी पूछताछ की। इसके साथ ही जेएन अस्पताल में डॉक्टरों से भी सवाल जवाब किया गया।
बता दें कि, सीबीआई की टीम को महिला डीएसपी सीमा खुद लीड कर रही थीं। साथ में कई अफसर भी शामिल थे. सीबीआई की दूसरी टीम अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज पहुंची, जहां उन डॉक्टरों से लंबी पूछताछ की गई, जिन्होंने पीड़िता का इलाज किया था। पीड़िता को हाथरस के बाद इसी अस्पताल में लाया गया था। हाथरस केस की जांच में सीबीआई की टीम ने जब से संभाली थी, तब से पीड़िता के परिवार वालों से ही लगातार पूछताछ की जा रही थी।