निर्भया कांड से शीला सरकार गिरी, हाथरस कांड से योगी सरकार गिराने की साजिश: वकील ए पी सिंह
हाथरस। निर्भया कांड के दोषियों का मुकदमा लड़कर मशहूर हुए वकील ए पी सिंह उत्तर प्रदेश के चर्चित हाथरस कांड के आरोपियों के परिजनों से मिलने पहुंचे। उनका मुकाबला एक बार फिर निर्भया का केस लड़ने वाली सीमा कुशवाहा के साथ हो सकता है जो कि पीड़िता के पक्ष में खड़ी हैं। सीमा कुशवाहा भी पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर चुकी हैं और उन्होंने जेल से आरोपी के चिट्ठी लिखने पर सवाल उठाया था। अब वकील ए पी सिंह ने आरोपियों का पक्ष लेते हुए पीड़िता के भाई और मां पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह मामला ऑनर किलिंग का है और योगी सरकार को गिराने के मकसद से नेताओं ने जातिवाद की राजनीति के तहत इसको गैंगरेप का केस बना दिया।
वकील ए पी सिंह ने कहा कि हाथरस केस में आरोपियों के चारों परिवारों से मैंने बात कर ली है, इस बारे में और भी बातें मैं बाद में बताऊंगा। यह मामला ऑनर किलिंग का है जिसमें भाई ने बहन को प्रेम संबंध होने की वजह से मारा है। आरोपियों के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखाई गई है। उन्होंने कहा कि मां और भाई के बयान संदेहास्पद हैं। पहले केस 307 में दर्ज हुआ था। मुआवजा लेने के लिए इस केस को गैंगरेप का केस बनाया गया। जातिवाद के आधार पर राजनीति करने वाले नेता साजिशन इस मामले में बयानों को बढ़वाते चले गए। इसके पीछे योगी सरकार को गिराने की साजिश रची गई जैसे कि निर्भया गैंगरेप केस के बाद शीला दीक्षित की 15 साल की सरकार चुनाव में हार गई थी।
ए पी सिंह ने कहा कि इसमें पीड़िता की कॉल डिटेल को छिपाया जा रहा है। कहा कि पहले केस में एक को आरोपी बनाया फिर तीन आरोपी कहां से आ गए? इस केस में सबका नार्को टेस्ट होना चाहिए और इससे किसी को इनकार नहीं करना चाहिए। सीबीआई, एसआईटी जांच हो रही है, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है तो इसमें सबको भरोसा करना चाहिए। आरोपियों से मुलाकात के दौरान वकील ए पी सिंह के साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री मानवेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। वकील ए पी सिंह आरोपियों की तरफ से केस लड़ेंगे, उधर पीड़िता का केस लड़ने का ऐलान सीमा कुशवाहा कर चुकी हैं।
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