सफदरजंग में इलाज के दौरान हुई हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत
हाथरस। गैंगरेप पीड़िता दलित युवती की हालत में कोई सुधार नहीं होने पर सोमवार को उसे दिल्ली के सफदरजंग में भर्ती किया गया था, जहां उसने मंगलवार की सुबह दम तोड़ दिया। चंदपा थाना क्षेत्र की रहने वाली दलित युवती के साथ 14 सितंबर को गैंगरेप की घटना हुई थी। बता दें कि आरोपियों ने युवती से गैंगरेप के बाद उसकी जीभ काट दी थी। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। परिवार से मिली जानकारी के अनुसार, युवती का शव शाम तक गांव लाया जाएगा। उसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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दरअसल, 19 साल की पीड़िता वेंटिलेटर पर थी और जिंदगी-मौत से जूझ रही थी। पीड़ित के पिता ने कहा कि आरोपियों ने उनकी बेटी की जीभ काट दी थी। इतना ही नहीं, उन्होंने उसकी रीढ़ की हड्डी को भी तोड़ दिया था, जिससे उसके शरीर के आधे हिस्से ने काम करना बंद कर दिया है। डॉक्टरों के मुताबिक बिटिया की हालत लगातार नाजुक बनी हुई है। बताया कि दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान 29 सितंबर की सुबह करीब 6:00 बजे दम तोड़ दिया। तो वहीं, इसकी जानकारी मिलते ही हाथरस में पुलिस प्रशासन और सतर्क हो गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने इस घटना की रिपोर्ट छेड़खानी के आरोप में दर्ज की थी। हालांकि, 21 सितंबर को किशोरी के होश में आने के बाद की गई डॉक्टरी परीक्षण के दौरान मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। पीड़िता ने होश में आने पर यह भी बताया था कि आरोपियों ने उसकी जीभ काट दी थी, जिससे वह लोगों को घटना के बारे में ना बता सके।
चारों
आरोपी
हुए
गिरफ्तार
बता
दें,
घटना
के
तीन
आरोपियों
को
पुलिस
पहले
ही
गिरफ्तार
कर
चुकी
है।
जबकि
चौथे
आरोपी
को
पुलिस
ने
शनिवार
को
गिरफ्तार
कर
लिया
है।
पीड़िता
पिछले
13
दिनों
से
जिंदगी
और
मौत
के
बीच
अलीगढ़
के
जेएन
मेडिकल
कॉलेज
में
जूझ
रही
है।
हालत
बिगड़ने
पर
उसे
आईसीयू
में
शिफ्ट
करते
हुए
वेंटिलेटर
पर
रखा
गया
है।
लगातार
पीड़िता
की
हालत
बेहद
नाजुक
बनी
हुई
है।
इतना
ही
नहीं,
मेडिकल
परीक्षण
में
यह
भी
पता
चला
है
कि
युवकों
ने
गैंगरेप
के
बाद
पीड़िता
की
रीढ़
की
हड्डी
को
भी
तोड़
डाला
था।
आरोपियों
की
पहचान
हुई
आरोपियों
की
पहचान
गांव
के
ही
रहने
वाले
संदीप,
लवकुश,
रामू
और
रवि
के
रूप
में
हुई
थी।
हाथरस
पुलिस
अधीक्षक
ने
बताया
कि
संदीप
को
14
सितंबर
को
ही
गिरफ्तार
कर
लिया
गया
था।
घटना
के
कई
दिन
बीत
जाने
के
बाद
पुलिस
ने
रामू
और
लवकुश
को
गिरफ्तार
किया।
वहीं
फरार
चल
रहे
चौथे
आरोपी
रवि
को
26
सितंबर
को
पुलिस
ने
गिरफ्तार
करते
हुए
जेल
भेज
दिया
गया
है।