मोदी तीनों काले कानून सस्पेंड करें, किसानों के खिलाफ दर्ज 12 हजार FIR वापस लें: कांग्रेस
चंडीगढ़। नए कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान संगठनों के आंदोलन को कांग्रेस जमकर समर्थन कर रही है। सूबे की खाप पंचायतें और कुछ निर्दलीय विधायक भी दिल्ली-कूच का समर्थन कर चुके हैं। अब कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की सलाहकार कमेटी के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला है। सुरजेवाला ने कहा है कि, सरकार किसानों के हित के कृषि कानूनों के बजाए ये काले कानून लाई है। हम प्रखर विरोध करते हैं। हमारी मांग है कि, मोदी तीनों काले कानूनों को सस्पेंड करने की घोषणा करें।'
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सुरजेवाला बोले, ''जब मोदी अपने कृषि कानून को सही बताते रहे हैं, तो फिर यह किसानों से वार्ता का ढोंग क्यों? क्यों देश के गृहमंत्री व कृषिमंत्री किसानों से वार्तालाप का स्वांग करते हैं?'' सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए कहा कि, ''मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी खेती विरोधी 3 काले कानूनों को सही ठहराते हैं। हम पूछ रहे हैं कि जब देश का मुखिया ही इन 3 काले कानूनों के समर्थन में आ खड़ा होगा, तो बातचीत किससे होगी, कैसे होगी और उस बातचीत का फायदा क्या होगा? हमारा सीधा कहना है कि मोदीजी किसानों के साथ छल कपट और षड़ंयत्र करना बंद कीजिए और पूर्वाग्रह छोड़का खेती विरोधी काले कानूनों को खत्म करने के लिए सीधे मन से बात कीजिए!''
किसानों को समर्थन का ऐलान करते हुए सुरजेवाला ने कांग्रेस की मांगें गिनाईं। सुरजेवाला ने तीन मांगें गिनाते हुए कहा कि, 'पहली मांग यह है कि, प्रधानमंत्री मोदी तीनों काले कानूनों को फौरी तौर पर सस्पेंड करने की घोषणा करें। दूसरी मांग है- 'किसानों के खिलाफ दर्ज 12000 एफआईआर वापस लें।' तीसरी मांग- 'किसानों को आंतकी बताने का बयान वापस लें और सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।'
एक वीडियो जारी कर सुरजेवाला ने और भी कई बातें कहीं। वह बोले कि, 'एक तरफ तो केंद्र सरकार आंदोलनकारी किसानों को वार्ता के लिए आमंत्रित कर रही है तो वहीं, दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कहना कि कृषि संबंधित बनाए गए सभी कानून सही हैं, यह वाक्या केंद्र सरकार के दोगलेपन को दर्शाता है।' उन्होंने कहा कि, 'यदि प्रधानमंत्री मोदी के लिए कानून सही हैं तो फिर किस लिए किसानों से वार्ता करने का ढोंग किया जा रहा है। हम कह रहे हैं कि कांग्रेस इन कानूनों का खुलकर विरोध करेगी। हम काले कानून को नहीं मानने वाले।'