दिल्ली से सटे हरियाणा के इस जिले में 7 मुस्लिम परिवारों के लोग बने हिंदू, रोचक है मामला
गन्नौर। हरियाणा के सोनीपत जिले में गन्नौर के नजदीकी गांव भोगीपुर में सात मुस्लिम परिवारों ने हिंदू मजहब अपना लिया। इन लोगों के नाम तो हिंदू ही थे, लेकिन शादी मुस्लिम रीति-रिवाज से होती थीं। आपसी रजामंदी से अब इन परिवारों ने अपनी परंपरा बदलने का फैसला लेते हुए पूर्ण रूप से हिंदू होने की घोषणा कर दी है।
इन लोगों ने बदला अपना मजहब
मुस्लिम से हिंदू बने इन लोगों में दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर बलबीर सिंह, सुरेश कुमार, रमेश कुमार, बिजेंद्र, अशोक, दीपक, सुनील, अमित कुमार, रोहित, मनोज कुमार, जोगेंद्र व योगेंद्र एवं उनकी पत्नियां और बच्चे शामिल हैं। इस मौके पर परिवार के मुखिया ने कहा कि, हमने हिंदू धर्म की बहुत से चीजें पहले ही अपना रखी थीं और सालों से परिवारों के सदस्यों के नाम भी हिंदू रखे। इसी के साथ गोत्र भी पंवार माना जाता रहा। मगर, फिर भी थे मुस्लिम ही। आखिर में अब हमने कई परंपराओं को बदलने का फैसला लिया है।
हरियाणा में 5 परिवारों की हिंदुओं में 'घर वापसी', बोले- औरंगजेब के डर से पूर्वज मुस्लिम बन गए थे
दिल्ली से सटे सोनीपत में धर्मांतरण
परिवार के लोगों ने बताया कि, सदियों पहले पूर्वजों ने मुस्लिम मजहब अपना लिया था। हालांकि, सभी परिवार हिंदू त्योहारों को भी धूमधाम से मनाते रहे। मगर, शादियां मुस्लिम रीति-रिवाज से होती थीं और किसी के मरने पर उसका मुस्लिम रीति रिवाज से ही क्रिया-कर्म होता था। लोगों को दफनाया ही जाता था।
'इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं'
सुरेश
ने
कहा
कि,
हमारे
पूर्वजों
ने
बहुत
साल
पहले
मुस्लिम
धर्म
को
अपना
लिया
था।
उसके
बाद
कई
पूर्वजों
ने
हिंदू
रीति-रिवाज
अपनानी
शुरू
कीं।
नाम
भी
हिंदू
रखे
जाने
लगे।
अब
हम
पूर्णत:
हिंदू
हो
गए
हैं।
गांव
के
सभी
सातों
मुस्लिम
परिवारों
ने
बिना
किसी
दबाव
और
अपनी
इच्छा
से
हिंदू
धर्म
में
वापसी
की
है।
वहीं,
भोगीपुर
के
सरपंच
संजय
राठी
ने
कहा
कि,
हमारी
संस्कृति
के
अनुसार,
कोई
भी
व्यक्ति
किसी
भी
मजहब
को
अपना
सकता
है।
इसमें
किसी
को
कोई
आपत्ति
भी
नहीं,
बल्कि
समस्त
गांव
फैसले
का
सम्मान
करता
है।'
आरएसएस ने बांटीं पुस्तकें
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मंडल प्रमुख सुमित अत्री ने भी कहा कि, हिंदू धर्म अपनाने वाले परिवारों का हमने स्वागत किया है। उन लोगों को भागवत गीता और महाभारत की पवित्र पुस्तकें भेंट की गई हैं। परिवार के जिन सदस्यों ने मुस्लिम से हिंदू धर्म में आस्था व्यक्त की है, उनमें उनकी पत्नी और बच्चे सभी शामिल हैं। रविवार को एक आयोजन के दौरान वे लोग हिंदू बने।'