आईएनएलडी की तरफ से सतलुज लिंक नहर खोदने की बात पर अंबाला में सुरक्षा व्यवस्था हुई कड़ी
इस तनाव को देखते हुए दोनों राज्यों की सीमाओं में अपनी बसों के परिचालन पर पहले ही रोक लगा दी गई है।
अंबाला। पंजाब और हरियाणा में सतलुज नदी के पानी के बंटवारे को लेकर चल रहा विवाद काफी बढ़ गया है। इसी को देखते हुए हरियाणा के अंबाला में सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है। यह व्यवस्था आईएनएलडी द्वारा शाम्भु बैरियर के पास सतलुज यमुना लिंक खोदने की बात कहे जाने के बाद की गई है। इस तनाव को देखते हुए दोनों राज्यों की सीमाओं में अपनी बसों के परिचालन पर पहले ही रोक लगा दी गई है। जहां एक ओर पंजाब ने हरियाणा से लगी सीमाएं सील कर दी हैं, वहीं हरियाणा ने भी घोषणा की है कि कोई भी बस पंजाब नहीं जाएगी।
इस मामले में बुधवार को ही सुप्रीम कोर्ट साफ कर चुकी है कि सतलुज यमुना लिंक नहर का निर्माण करना ही होगा। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस नहर में कितना पानी आएगा, इसका फैसला बाद में किया जाएगा। कोर्ट ने सतलुज नदी के विवाद पर पंजाब और हरियाणा को कानून व्यवस्था बनाए रखने के आदेश दिए हैं और कहा है कि अगर दोनों राज्य समझौता कर के नहर बनाते हैं, तो यह बेहतर होगा, क्योंकि कोर्ट की तरफ से इस मामले में पहले ही दो आदेश जारी हो चुके हैं। ये भी पढ़ें- यूपी चुनाव: मतदान से एक दिन पहले सुल्तानपुर की ये बेटी रचेगी इतिहास?
आपको बता दें कि इस मामले में पंजाब सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कहा गया था कि हरियाणा से हथियारों से लैस करीब 1 लाख लोग पंजाब में घुसकर लिंक नहर की जबरदस्ती खुदाई कर रहे हैं। इसे रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट से हरियाणा को आदेश देने की गुजारिश की गई थी। हालांकि, हरियाणा ने कहा कि सरकार ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है, बल्कि एक राजनीतिक पार्टी ने लिंक नहर की खुदाई का ऐलान किया है। फिलहाल पंजाब और हरियाणा दोनों ही राज्यों में कानून व्यवस्था बनाए रखने पर जोर दिया जा रहा है।