हरियाणा में रेलवे की पटरियों पर संयुक्त किसान मोर्चा, हाथों में डंडे लेकर महिलाएं भी जुटीं, नेता बोले- रोकेंगे
बहादुरगढ़। लखीमपुर-खीरी में हिंसा की घटना के बाद किसान संगठनों की ओर से आज देशभर में 'रेल रोको आंदोलन' का आह्वान किया गया है। इसके तहत किसान आंदोलनकारी रेले रोक रहे हैं। आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेताओं का कहना है कि, लखीमपुर मामले में निष्पक्ष जांच तब तक नहीं हो सकती, जब तक केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त नहीं किया जाता। इसलिए, अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए।
संयुक्त किसान मोर्चा का आवाह्न
संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन के आह्वान पर किसान आंदोलनकारियों ने आज हरियाणा के बहादुरगढ़ में रेलवे लाइन को कब्जे में ले लिया। वे प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। उनके साथ महिलाएं भी नजर आईं, जिनके हाथों में डंडे थे। एक बुजुर्ग आंदोलनकारी ने कहा कि, संयुक्त किसान मोर्चे ने आज सुबह 10 से शाम 6 बजे तक देश भर में रेल रोको आंदोलन का आवाह्न किया है। मोर्चे की मांग है कि मंत्री अजय मिश्रा को मंत्रिमंडल से हटाया जाए और उसके बाद गिरफ्तार भी किया जाए।
रेल रोको आंदोलन का भी असर होगा
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि, यूपी के लखीमपुर खीरी की घटना एक नरसंहार है। किसान संगठन यह चेतावनी भी दी है कि, रेल रोको आंदोलन के बाद भी अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और तेज कर दिया जाएगा। इसे लेकर देशभर के किसान नेता मीटिंग करके आगे की रणनीति बनाएंगे। एक किसान नेता ने कहा कि, रेल रोको आंदोलन का भी काफी असर होगा।
लखीमपुर खीरी में क्या हुआ था?
लखीमपुर में किसानों ने 3 अक्टूबर को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। उस दौरान वहां एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। जिससे 4 किसानों की मौत हो गई थी। उसके बाद वहां हिंस्सा भड़क गई। किसान आंदोलनकारियों ने एक ड्राइवर समेत 4 लोगों को पीट-पीटकर मार डाला। जिनमें एक पत्रकार भी मारा गया। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया। आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी आरोप लगाए गए।