राकेश टिकैत का BJP सरकार पर वार, बोले- गलत नीतियों के कारण 36 बिरादरी के लोग कर्जदार
तरावड़ी (हरियाणा), 18 मई: भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार की वायदाखिलाफी के चलते फिर से एक एक बड़ा आंदोलन करने की बात कही है। टिकैत ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण आज पूरे देश में 36 बिरादरी के लोग कर्जदार है, लेकिन सरकार विकास का राग अलाप रही है। राकेश टिकैत नीलोखेड़ी के गांव सौंकड़ा में आयोजित किसानों के राष्ट्रीय अधिवेशन में कई राज्यों के किसानों को संबोधित कर रहे थे।

राष्ट्रीय अधिवेशन में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के किसानों ने हिस्सा लिया। राकेश टिकैत ने किसानों को एकजुटता का संदेश देते हुए कहा कि फिर से किसान आंदोलन शुरू किया जाना है, फिलहाल इसकी रूपरेखा बनाई जा रही है और इसकी रणनीति हरिद्वार में होने वाले किसान सम्मेलन में तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन अगले माह जून में आयोजित किया जाएगा, जिसमें तय होगा कि फिर से किसान आंदोलन कब से शुरू किया जाए।
'आम आदमी पार्टी ने भी नही पूरे किए वायदे'
पंजाब में किसानों के बोनस को लेकर चल रहे प्रदर्शन को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव से पहले जो किसानों से वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं कर रही है। किसानों के मुताबिक उन्होंने गेहूं की फसल पर प्रति क्विंटल 500 रुपये का बोनस मांगा था, उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी इस पर सहमति जताई थी लेकिन इसको लेकर अब तक कोई नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया है। राष्ट्रीय अधिवेशन में एक किसान ने कहा कि हमारी मांग है कि बासमती, मूंग की एमएसपी का नोटिफिकेशन जारी किया जाए, यही नही इसके अलावा बिजली के प्रीपेड मीटर नहीं लगने चाहिए। मंच से टिकैत ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि भारतीय किसान यूनियन हमेशा किसानों के साथ हर मोर्चे पर खड़ी रहेगी और किसानों के लिए हर तरह की लड़ाई लड़ी जाऐगी।
सरकार की नीतियों का खमियाजा भुगत रहे किसान: रतनमान
भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने कहा कि आज के समय में प्रत्येक किसान सरकार की नीतियों का खमियाजा भुगत रहा है, जो किसानों को कर्जमुक्त करेगा, वही देश पर राज करेगा, उन्होने कहा कि मौजूदा हालातों में 36 बिरादरी पर कर्ज का कलेह है, कर्जमुक्त करने की सरकार को पहल करनी चाहिए। रतनमान ने बताया कि भारतीय किसाान यूनियन की प्रदेश की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है, नई कार्यकारिणी का गठन एक माह के भीतर कर दिया जाएगा, जिसमें विभिन्न किसान संगठनों के साथ-साथ जिन लोगों ने दिल्ली आंदोलन में सहयोग किया, उन लोगों को भी शामिल किया जाऐगा, इस गठन के लिए एक 12 सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाऐगा, जो हरियाणा के प्रत्येक जिले में पहुंचकर विचार-विर्मश करेगी।