हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: जानिए रोहतक विधानसभा सीट के बारे में
रोहतक सीट हरियाणा की 90 सीटों में इसलिए भी खास मानी जाती है, क्योंकि यह सीट जनसंघ के दिग्गज नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. मंगल सेन का गढ़ रही है।
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नई दिल्ली। हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। 24 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी और इसके साथ ही तय हो जाएगा कि हरियाणा में इस बार किस पार्टी की सरकार बनेगी। वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और मनोहर लाल खट्टर राज्य के मुख्यमंत्री हैं। आइए बात करते हैं हरियाणा की रोहतक विधानसभा सीट के बारे में। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से एक रोहतक विधानसभा सीट, रोहतक लोकसभा के अंतर्गत आती है। वर्तमान में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के मनीष कुमार ग्रोवर विधायक हैं, जिन्होंने 2014 के विधानसभा चुनाव में 11132 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी।
2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में रोहतक सीट पर भाजपा के मनीष कुमार ग्रोवर को 57718 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार भारत भूषण बत्रा को 46586 मिले थे। इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवार राजकुमार शर्मा को महज 3954 वोट मिले और वो तीसरे नंबर पर रहे। वोट शेयर की अगर बात करें तो 2014 के विधानसभा चुनाव में रोहतक सीट पर भाजपा को 50.57 फीसदी और कांग्रेस को 40.82 फीसदी वोट शेयर मिला। इससे पहले 2009 के विधानसभा चुनावों में यहां कांग्रेस नेता भारत भूषण बत्रा विधायक चुने गए थे और उन्होंने भाजपा के मनीष कुमार ग्रोवर को 19595 वोटों से हराया। 1977 के विधानसभा चुनावों से रोहतक सीट पर तीन बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है, जबकि भाजपा को केवल एक बार ही यहां जीत दर्ज करने का मौका मिला है।
रोहतक विधानसभा सीट पर पंजाबी बनाम स्थानीय का मुद्दा हर चुनाव में हावी रहा है। इस सीट पर अभी तक हुए विधानसभा चुनावों में सबसे ज्यादा बार पंजाबी उम्मीदवारों ने ही जीत हासिल की है। यह सीट हरियाणा की 90 सीटों में इसलिए भी खास मानी जाती है, क्योंकि रोहतक जनसंघ के दिग्गज नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. मंगल सेन का गढ़ रहा है। 1957 के चुनाव में डॉ. मंगल सेन ने निर्दलीय प्रत्याशी रामस्वरूप को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी। कुल 9 विधानसभा चुनावों में उतरे डॉ. मंगल सेन को यहां 7 चुनावों में जीत मिली। डॉ. मंगलसेन के निधन के बाद यहां जनसंघ का प्रभाव कम हो गया और कांग्रेस के उम्मीदवार ने जीत हासिल की।
रोहतक विधानसभा सीट पर ज्यादातर कांग्रेस और भाजपा का ही वर्चस्व रहा है। साल 2000, 2005 और 2009 के चुनावों मे लगातार हार का सामना करने के बाद 2014 के चुनाव में भाजपा के मनीष कुमार ग्रोवर ने यहां जीत का परचम लहराया। रोहतक में वकीलों की एक मजबूत लॉबी है, जिसके जरिए कांग्रेस अभी तक यहां जीत हासिल करती रही है। इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी का भी थोड़ा-बहुत प्रभाव है और 2014 के विधानसभा चुनाव बीएसपी के डॉ. कर्णवीर पांचवें स्थान पर रहे। रोहतक विधानसभा सीट से डॉ. मंगलसेन के अलावा पद्मश्री से सम्मानित सेठ किशन दास और हरियाणा लोकसेवा आयोग के चेयरमैन रह चुके बीबी बत्रा भी विधायक चुने जा चुके हैं।