'दिल्ली चलो' आंदोलन: रोहतक-झज्जर बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस की 5 कंपनियां तैनात, सोनीपत में किसानों के लिए जेल
झज्जर/सोनीपत। नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा शुरू किए गए आंदोलन को रोकने लिए भाजपा की अगुवाई वाली राज्य सरकारों कमर कस ली है। पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पुलिस जगह जगह रास्तों पर भारी मात्रा में तैनात है। यह सब इसलिए हो रहा है ताकि किसानों के 'दिल्ली चलो' कूच को रोका जाा सके। विशेषकर हरियाणा की सरकार ने ज्यादा सख्ती लागू की हुई है। यहां चंडीगढ़ और पंजाब के लिए हरियाणा रोडवेज बस सेवाएं बंद की गईं। वहीं, दिल्ली से लगते रोहतक-झज्जर बॉर्डर पर पुलिस की 5 कंपनियां तैनात कर दी गई हैं। पुलिस की ओर से कहा गया है कि, जरूरत पड़ी तो और सख्ती करेंगे। अभी-अभी खबर यह भी आई है कि, हरियाणा से बाहर दिल्ली तक मार्च के लिए इकट्ठा हुए लोगों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं। वहीं, उन पर पानी की तोपें ( वाटर कैनन) भी चलाई जा रही हैं। दिल्ली से भिड़े सोनीपत जिले में तो जेल भी तैयार की जा रही है।
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केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में जुट रहे किसानों को अस्थाई जेल ले जाया जा सकता है। इस बारे में सोनीपत के जिला उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने हर स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन को तैयार रहने के आदेश दिए हैं। इसी कड़ी में उन्होंने सेवली स्थित आईएफसीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर को अस्थाई कारागार बनाने के आदेश जारी किए हैं। कल पूनिया ने इमारत के मालिक को नायब तहसीलदार राई को इमारत का कब्जा देने की आदेश दिया। गौरतलब है कि, पंजाब और हरियाणा के किसान सैकड़ों की तादाद में दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में किसानों के 'दिल्ली चलो' आंदोलन को रोकने के लिए सरकार-पुलिस एड़ी चोट का जोर लगा रहे हैं।
हरियाणा सरकार द्वारा चंडीगढ़ और पंजाब की यात्रा कराने वाली रोडवेज बसें बंद करा दी गई हैं। सरकार ने तय किया है कि, किसानों के दिल्ली कूच को रोकेंगे। और, जब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा, तब तक हरियाणा रोडवेज की कोई बस पंजाब और चंडीगढ़ नहीं जाएगी। इसके लिए सभी रोडवेज डिपो को अतिरिक्त बसों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। मालूम हो कि, डेढ़ महीने से चल रहा किसानों का आंदोलन अब भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई में तेज होने लगा है।