सोनीपत: पुलिसकर्मियों की हत्या का मामला, रविंद्र के हाथ पर लिखे नंबर ने पहुंचाया अपराधियों तक
सोनीपत। 29 जुन को बुटाना पुलिस चौकी से गश्त पर निकले एसपीओ कप्तान और सिपाही रविंद्र को गोली मारकार हत्या कर दी गई थी। लेकिन मरने से पहले जाबाज सिपाही रविंद्र ने कार का नंबर अपने हाथ पर लिख लिया था। पोस्टमॉर्टम के दौरान जब डॉक्टरों ने हाथ पर लिखा नंबर नजर आया तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस अधिकारियों को दी। रविंद्र के हाथ पर लिखे नंबर ने दोनों की मौत की गुत्थी को सुलझा दिया।
हाथ पर लिखे नंबर से मिली मदद
एएसपी सोनीपत ने मीडियो को जानकारी देते हुए बताया कि पोस्टमॉर्टम के दौरान सिपाही रविंद्र के हाथ पर पेन से एचआर-56बी 8192 नंबर लिखा नजर आया। पुलिस ने कार का नंबर मिलते ही रिकॉर्ड खंगाला तो इस नंबर पर एक ग्रैंड आई-10 कार का मिला, जो जींद निवासी गुरमीत के नाम पर पंजीकृत थी। पुलिस जब गुरमीत के घर तक पहुंची तो पता चला कि उन्होंने कुछ समय पहले ही यह कार संदीप को बेच दी थी, लेकिन अभी तक कागजात ट्रांसफर नहीं कराए थे।
मुठभेड़ में मारा गया अमित
एएसपी ने बताया कि गुरमीत से संदीप का पता लेकर पुलिस संदीप और उसके साथी अमित व विकास तक जा पहुंची, जहां मुठभेड़ के दौरान अमित मारा गया। जबकि संदीप को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और विकास भागने में कामयाब हो गया। इसके अलावा साइबर सेल की मदद से रात को उस क्षेत्र में एक्टिव मोबाइल नंबर की जांच-पड़ताल से स्पष्ट हुआ था कि उस क्षेत्र में संदीप, अमित व उसके साथियों के मोबाइल नंबर एक्टिव थे। यही नहीं क्षेत्र कुछ सीसीटीवी फुटेज में भी यह कार नजर आने की बात कही जा रही है।बरोदा थाना के एसएचओ बदन सिंह ने कहा कि इस तरह के मामलों में विभाग की सभी टीमें मिल कर काम करती हैं। पुलिस पहले से ही वैज्ञानिक तरीके मामले की जांच कर रही थी। रविंद्र के हाथ पर मिला कार का नंबर भी इसमें काफी मददगार साबित हुआ।
क्या है मामला
दरअसल, एसपीओ कप्तान व हवलदार रविंद्र 29 जुन (सोमवार) रात को करीब 12 बजे गश्त के लिए चौकी से निकले थे। दोनों पुलिस कर्मचारियों की चौकी से करीब 500 मीटर दूर बंद हरियाली सेंटर के निकट अज्ञात बदमाशों ने गोली मार कर हत्या कर दी। मंगलवार सुबह दोनों के शव सड़क किनारे पड़े मिले थे। सूचना मिलते ही एडीजीपी ,सोनीपत एएसपी सहित, बरोदा थाना के एसएचओ सहित विभिन्न थानों व क्राइम इंवेस्टिगेशन एजेंसी के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। बता दें कि एसपीओ कप्तान (42) जींद जिले के कलौती गांव का रहने वाला था। जबकि कांस्टेबल रविंद्र (30) भी जींद जिले के बुढ़ाखेड़ा गांव का रहने वाला था। दोनों बुटाना पुलिस चौकी पर तैनात थे, उनकी ड्यूटी बाइक राइडर पर लगी हुई थी।