भ्रूण लिंग परीक्षण गिरोह की सरगना खुद को बताती थी ANM, फिर हुआ हरियाणा में चल रहे धंधे का भंडाफोड़
फतेहाबाद। हरियाणा में जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इंद्राणी हॉस्पिटल में छापेमारी करते हुए भ्रूण लिंग जांच गिरोह का पर्दाफाश कर दिया। इस गिरोह की सरगना एक महिला थी। वह महिला खुद को एएनएम बताती थी। भ्रूण लिंग जांच गिरोह के एक सदस्य गुरजीत सिंह फूस मंडी सरदूलगढ़ ने अपनी करतूतें कुबूल करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम को बताया कि महिला रुपिंदर कौर उसकी रिश्तेदार है। वह फतेहाबाद के गांव की निवासी है।' उस समेत 5 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
यह आपराधिक गिरोह ने आरएमपी एवं चहेते ग्रामीणों के जरिये अपना नेटवर्क बना रखा था। ये लोग सिरसा क्षेत्र में सक्रिय थे। रुपिंदर कौर का पति भी इस धंधे में शामिल था। इसी गिरोह के एक सदस्य ने अपने बयान में यह भी बताया कि गिरोह के सदस्य पंजाब में भ्रूण लिंग जांच करवाने का कारोबार करते हैं। जिसकी एवज में मोटी रकम ऐंठते हैं। गिरोह से जुड़े सदस्य बहुत चतुर हैं और रातभर एक से दूसरे से संपर्क में रहकर आगे का शिकार ढूंढते थे।
पिता का अंतिम संस्कार करने के 2 हफ्ते बाद बेटे को मिला मैसेज- उन्हें दूसरे अस्पताल भेजा गया है
इन लोगों ने सिरसा के बाद फतेहाबाद, सरदूलगढ़, मानसा व बठिंडा तक अपना धंधा जमा रखा था। उनका गिरोह भ्रूण लिंग जांच के गोरख धंधे को अंजाम देता था। जिस वक्त रेड पड़ी, वहीं एक सदस्य ने कहा कि, यह उसका 5वां केस था। बता दें कि, यह गिरोह बठिंडा के इंद्राणी अस्पताल में सिरसा स्वास्थ्य विभाग की टीम के काबू में आया है। गिरोह से जुड़े अल्ट्रासाउंड करने वाले बठिंडा के आरएमपी बजरंग, दलाल जगतार सिंह, गुरजीत सिंह फूस मंडी सरदूलगढ़ को पकड़ा गया है। वहीं, रूपिंद्र कौर व उसके पति युगराज सिंह के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
सिरसा के सीएमओ डॉ. सुरेंद्र नैन ने कहा कि, ''टीम ने बठिंडा के इंद्राणी हॉस्पिटल में छापेमारी कर भ्रूण लिंग जांच गिरोह का भंडाफोड किया। जिसमें गिरोह की सरगना एक महिला रूपिंद्र कौर थी। वह बतौर दलाल भी काम करती थी। उसके अलावा बठिंडा के 1 आरएमपी सहित 5 के खिलाफ भी मामला दर्ज करवाया है।''