किसान आंदोलन: हरियाणा सरकार को झटका, सांगवान खाप प्रधान सोमवीर का इस्तीफा, खट्टर के सहयोगी विधायक थे
चरखी दादरी। नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा शुरू किया गया आंदोलन तेज होता जा रहा है। इस बीच खाप पंचायतें भी किसानों के समर्थन में सरकार के कदम की खिलाफत में जुट गई हैं। आज सांगवान खाप के प्रधान और सीटिंग एमएलए चरखी दादरी सोमवीर सांगवान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कुछ घंटे पहले ही सोमवीर सांगवान ने खुद खाप की पंचायत में यह ऐलान किया। उनकी ओर से कहा गया कि,''भले ही मैं आज सरकार का हिस्सा हूं, लेकिन किसान और समाज राजनीति से पहले है। हम किसानों के समर्थन में दिल्ली कूच करेंगे। हम सरकार से कहा था कि किसानों को संतुष्ट करके कृषि कानूनों में जो भी बदलाव करने की जरूरत है, वो किए जाएं।''
खाप पंचायत के पदाधिकारियों की बैठक के बाद बताया गया कि, कल पहली दिसंबर से किसानों के समर्थन में खाप के हजारों लोग दिल्ली के लिए कूच करेंगे। सोमवीर सांगवान ने कहा कि, हम तन-मन-धन से अन्नदाता की मदद करेंगे। जो मांगें सरकार से की जा रही हैं, उन्हें लेकर अब आवाज उठते रहनी चाहिए। बता दिया जाए कि, सोमवीर सांगवान हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार के सहयोगी रहे हैं। हालांकि, वह निर्दलीय विधायक हैं और उनका कहना है कि, विधायक पद पर रहते हुए भाईचारे के लिए अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ने को तैयार हूं।
मनोहर खट्टर की अगुवाई वाली हरियाणा सरकार ने सोमवीर सांगवान को पशुधन विकास बोर्ड का चेयरमैन बनाया हुआ था। अब उनके इस्तीफे को खट्टर सरकार के लिए झटका माना जा रहा है। इससे पहले रोहतक में कई स्थानों की खाप पंचायतों की बैठक हुई थी, जिसमें 30 खाप प्रधानों ने हिस्सा लिया। जिसमें ऐलान किया गया कि खाप पंचायत से जुड़े लोग और पदाधिकारी दिल्ली कूच करेंगे।