किसानों पर ठंड में वाटर कैनन चलाए जाने पर बोले पूर्व सीएम हुड्डा- इतना अत्याचार, क्यों डरी हुई है बीजेपी जेजेपी सरकार
चंडीगढ़ (धरणी)। कृषि कानूनों के विरोध में हरियाणा-पंजाब समेत देश के कई राज्यों में किसानों के प्रदर्शन फिर शुरू हो गए हैं। किसान आज दिल्ली कूच कर रहे हैं। जिन्हें रोकने के लिए भाजपा की अगुवाई वाली राज्य सरकार ने भारी पुलिस-जाब्ता तैनात कराया है। सूबे के कैथल, जींद, सोनीपत व फतेहाबाद आदि जिलों के अंतरराज्यीय रास्ते सील कर दिए गए हैं। वहीं, मेट्रो भी बंद कराई गई है। हाईवे से गुजरते किसानों पर पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया। साथ ही जबरन आगे बढ़ने से रोका गया। इस पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भड़क गए। उन्होंने मौजूदा सरकार को आड़े हाथों लिया।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि, किसानों की मांगों को सुनने के बजाए सरकार उन पर अत्याचार कर रही है। हमारे देश के इस प्रजातंत्र में शांतिपूर्ण ढंग से अपने हक की बात कहने वाले किसानों के रास्ते में बड़े-बड़े पत्थर रखवाना, वाटर कैनन से रोकना उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। किसानों को रोकने के लिए सरकार को इस तरह का तानाशाही रवैया नहीं अपनाना चाहिए। हम इस रवैये की घोर निंदा करते हैं।' हुड्डा आगे बोले कि, 'बढ़ती सर्दी के मौसम और कोरोना काल में लोगों पर पानी की तीखी बौछार करना अत्याचार है। किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ लोकतांत्रिक ढंग से आवाज़ उठाने दिल्ली आ रहे किसानों से आखिर इतना क्यों डरी हुई है बीजेपी-जेजेपी की सरकार?'

यह भी पढ़ें: दिल्ली में आज किसानों का धरना, बॉर्डर सील, NCR इलाके में नहीं जाएगी मेट्रो
26 नवंबर को दिल्ली कूच का आवाह्न
किसानों के साथ ट्रेड यूनियन के वर्कर्स भी दिल्ली कूच के आवाह्न पर बड़ी संख्या में एकत्रित होकर सड़कों पर निकल रहे हैं। उधर, किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने सख्त एडवाइजरी जारी कर रखी है। बीते बुधवार को कई जिलों में पंजाब की सीमाएं सील कर दी गईं। वहीं, दिल्ली प्रवेश के मार्गों पर भी पुलिस की तैनाती कर दी गई है। यूपी से भी काफी लोग दिल्ली रवाना हुए, जिन्हें भी रोकने की कोशिश की गई।
