हरियाणा: कूड़ेदान खरीद की धांधली में 2 पंचायत सचिव गिरफ्तार, 1 साल में अंजाम तक पहुंची कार्यवाही
नारनाैल। हरियाणा राज्य के महेंद्रगढ़ ज़िले में स्थित नारनाैल में कूड़ेदान खरीद घोटाले के आराेपियाें की गिरफ्तारी हुई है। इस मामले में विजिलेंस टीम ने दो पंचायत सचिवों को गिरफ्तार किया और काेर्ट में पेश करने ले गई। उसके बाद आरोपी सरपंच की तलाश भी तेज कर दी गई।
ज्ञातव्य है कि, भुंगारका पंचायत के दो पंचायत सचिवों को पंचों के फर्जी हस्ताक्षर व कूड़ेदान खरीद की धांधली को लेकर करीब 3 साल पहले सीएम मनोहरलाल खट्टर को शिकायत सौंपी गई थी। जिसमें भुंगारका के सरपंच जगतसिंह व पंचायत सचिवों में डस्टबिन खरीद में धांधली तथा पंचों के फर्जी हस्ताक्षरों ने शराब का ठेका खुलवाने के आरोप लगाए गए थे। कोर्ट में चल रही कार्यवाही की डिटेल्स के मुताबिक, हुआ यह था कि, उक्त पंचायत ने नारनौल नसीबपुर की एक फर्म से डस्टबिन खरीदे थे। तर्क दिया गया था कि पंचायत ने 200 डस्टबिनों का चैक दिया था, किंतु खरीदे 100 ही थे। बाकी की रकम को दबा लिया गया।
जिसके बाद मामला सेशन कोर्ट पहुंचा था। फिर वहां आरोपितों की जमानत खरिज होने के बाद 3.80 लाख रुपए पंचायत फंड में जमा करवा दिए गए। बाद में यह मामला मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा। जिसके उपरांत मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए विजिलेंस के पास शिकायत भेज दी। उन्होंने पारदर्शिता पूर्वक जांच के निर्देश दिए। विजिलेंस टीम ने पंचायत से डस्टबिन खरीद संबंधित रिकार्ड तलब किया। जिसके बाद डस्टबिन घोटाले का यह मामला अंजाम तक पहुंचना आरंभ हो गया। विजिलेंस टीम ने भुंगारका पंचायत के दो पंचायत सचिवों को पंचों के फर्जी हस्ताक्षर व कूड़ेदान खरीद की धांधली के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
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जहां से नारनौल सेशन कोर्ट के न्यायधीश ने दोषियों को जेल भेजने के आदेश दे दिए हैं। बहरहाल, विजिलेंस ने मामले में तीसरे आरोपी सरपंच जगत सिंह को पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए हैं। इस मामले की जानकारी देते हुए विजिलेंस निरीक्षक नवलकिशोर शर्मा ने बताया कि भुंगारका पंचायत में डस्टबिन घोटाला तथा पंचों के फर्जी हस्ताक्षरों के मामले में दो पंचायत सचिवों को जेल हुई है। अभी एक और आरोपी को पकड़ेंगे।