71 बरस की उम्र में भी कम नहीं हुआ रामफल का जज्बा, हाफ मैराथन में जीता गोल्ड, देखें VIDEO
रिटायरमेंट के बाद भी कम नहीं हुआ रामफल का जज्बा, 71 बरस की उम्र में हाफ मैराथन में गोल्ड जीता, VIDEO
नई दिल्ली. हरियाणा के चरखी दादरी के रहने वाले 71 वर्षीय रामफल फोगाट के जज्बे को आप सलाम कर सकते हैं। अपनी नौकरी से सेवानिवृति के बाद भी भाग-दौड़ में आज के युवाओं से आगे रहते हैं। हाल ही उन्होंने हाफ मैराथन में गोल्ड जीतकर रिकार्ड बनाया है। वह राष्ट्रीय स्तर पर अब तक 36 मेडल जीत चुके हैं। हाफ मैराथन में भी उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उनके द्वारा जीते गए कुल मेडल में से 25 गोल्ड ही हैं।
अब तक जीत चुके हैं 36 मेडल
रामफल खेतों में काम करते हैं और कच्चे रास्तों में ही भाग-दौड़ करते हुए उन्होंने मेराथन में महारत हासिल की। वह अब भी गांव के कच्चे रास्तों पर दौड़ लगाते हैं और ढलती उम्र में भी युवाओं के पसीने छुड़ाने में पीछे नहीं रहते। वह विदेशी प्रतियोगिताओं में अभी भी भाग लेना चाहते हैं। वह दादरी के गांव कमोद में रहते हैं। लेकिन धावक के रूप में उनकी पहचान राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में रही है।
मुंबई में हाफ मैराथन में गोल्ड कब्जाया
रामफल बताते हैं कि वह हर रोज घर के कार्य करके खेतों के कच्चे रास्तों में सुबह-शाम 8 किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं। पिछले दिनों मुम्बई में हुई हाफ मैराथन दौड़ में उन्होंने गोल्ड जीता।
लोग 'ओल्ड ब्वाय' भी कहते हैं
कई लोग उन्हें ओल्ड ब्वाय भी कहते हैं। कई लोग जहां छोटी सी उम्र से ही एथलीट बनने की तैयारी करते हैं, वहीं रामफल ने नौकरी से सेवानिवृति लेने के बाद 65 वर्ष की उम्र से इसकी शुरूआत की।
सुबह 4 बजे उठकर करते हैं दिन की शुरूआत
वह कहते हैं कि सुबह 4 बजे उठकर अपने दिन की शुरुआत करते हैं। जिसमें वो लगातार दौड़ और पैदल चलने का अभ्यास करते हैं। अक्सर 10 किलोमीटर तक दौड़ लगाते हैं।
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