टीकरी बॉर्डर धरना-स्थल पर आग से किसान की मौत पर बोले राकेश टिकैत- वो खुद पेट्रोल लाया था
बहादुरगढ़। हरियाणा-दिल्ली टीकरी बॉर्डर के धरना-स्थल पर पिछले दिनों आग से जलने के बाद दम तोड़ने वाले शख्स मुकेश को लेकर राकेश टिकैत का कहना है कि, उसने आत्महत्या की थी। राकेश टिकैत ने आज कहा, "घटना के वीडियो फुटेज हैं, जिनमें पीड़ित के बयान भी हैं। आत्मदाह के लिए वह खुद पेट्रोल लेकर आया और धरना-स्थल पर उसे आस-पास के लोगों ने बचाने का प्रयास किया। तो फिर आंदोलनकारियों को क्यों इस मामले में बदनाम किया जा रहा है।" टिकैत बोले कि, उस शख्स की मौत मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। ऐसी घटना के लिए किसान संगठनों पर आरोप लगाना गलत है।"
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गौरतलब है कि, 42 वर्षीय मुकेश ने 17 जून को बहादुरगढ़ के पास दम तोड़ दिया था। मृतक के भाई ने पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई कि मुकेश को जींद के रहने वाले लोगों ने जलाकर मारा। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया। हालांकि, किसान संगठनों के अगुआ इस बात को नहीं मान रहे कि मुकेश को जलाकर मारा गया। उधर, मुकेश मुदगिल के गांव में कई दिनों से आरोपी आंदोलनकारियों के खिलाफ पंचायत हो रही है। रोहतक लोकसभा से सांसद अरविंद शर्मा भी पंचायत में पहुंचे।
आज भरी पंचायत में जान गंवाने वाले मुकेश के 9 साल के बेटे राहुल ने सांसद व पंचायत से पूछा कि आज फादर्स डे है, मुझे पापा की याद आ रही है, उन्हें क्यों जलाया गया? बच्चे के इस सवाल पर वहां सन्नाटा पसर गया। हालांकि, सांसद का कहना है कि, दोषियों को सजा मिलेगी। वहीं, पंचायत में ग्रामीणों ने आंदोलनकारियों पर आक्रोश जताते हुए कहा कि, ये आंदोलनकारी किसकी मर्जी से हमारे घरों के सामने बैठे हैं।
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अब
26
जून
को
ज्ञापन
सौंपेंगे:
राकेश
टिकैत
राकेश
टिकैत
ने
कहा
कि,
हमारा
किसान
आंदोलन
बराबर
चलता
रहेगा।
हमारा
अगला
कार्यक्रम
26
(जून)
को
है,
जिसके
तहत
5-6
लोग
राज्यपालों
और
उपराज्यपाल
से
विभिन्न
स्थानों
पर
एक
ज्ञापन
सौंपने
के
लिए
जाएंगे...
यदि
सरकार
नहीं
सुन
रही
है
तो
हम
राष्ट्रपति
और
राज्यपाल
के
सामने
अपनी
मांग
उठाएंगे
क्योंकि
वे
सर्वोच्च
हैं।