हरिद्वार: ऋषिकेश-दिल्ली पैसेंजर ट्रेन के कोच में आग लगाने वाला युवक गिरफ्तार, ID कार्ड न मिलने से था नाराज
हरिद्वार। हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर खड़ी ऋषिकेश-दिल्ली पैसेंजर ट्रेन के कोच में आग लगाने के मामले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्त में आए शख्स ने पूछताछ में वारदात की जो वजह बताई उसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। दरअसल, युवक आईडी कार्ड न मिलने से नाराज था, इसलिए उसने ट्रेन के कोच में आग लगा दी। फिलहाल पुलिस युवक के क्रिमिनल रिकॉर्ड की जांच भी कर रही है।
गढ़वाल का रहने वाला है शख्स
पुलिस की मानें तो सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध युवक दिखाई दिया था। बृहस्पतिवार की सुबह रेलवे स्टेशन पर पहुंची हांवड़ा एक्सप्रेस में चेकिंग के दौरान सीट फाड़ रहे एक युवक को जीआरपी आरपीएफ की संयुक्त टीम ने पकड़ लिया। युवक के कब्जे से पेट्रोल की शीशी, माचिस, एक ब्लेड बरामद हुआ। थाने लाकर की गई पूछताछ में युवक ने अपना नाम गोविंद सिंह पुत्र बचन सिंह निवासी ग्राम माजपा थौलधार प्रताप नगर टिहरी गढ़वाल बताया।
ऋषिकेश-दिल्ली पैसेंजर में आगजनी की घटना को दिया था अंजाम
बकौल एएसपी की युवक ने ऋषिकेश दिल्ली पैसेंजर में आगजनी की घटना को अंजाम देना कबूला। बताया कि वह हाल ही में लुधियाना पंजाब से लौटा है। वह हरिद्वार में कई ढाबों में बर्तन मांझने का कार्य कर चुका है। उसकी कुछ रकम ढाबा स्वामियों ने नहीं लौटाई है और उसका एक खाता सहकारी बैंक में है। लेकिन बिना आईडी प्रूफ के कारण वह उसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है।
मानसिक स्थिति ठीक नहीं
एडिशनल एसपी जीआरपी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि युवक ने ड्राइविंग लाईसेंस के लिए भी आवेदन किया था लेकिन आईडी प्रूफ न होने के कारण वह नहीं बन सका। इसलिए गुस्से में आकर वह ट्रेन के कोचों में सीट फाड़ने के बाद आगजनी की घटना को अंजाम दे रहा था। 26 नवंबर को भी उदयपुर सिटी के विकलांग डिब्बे में उसने सीट काटी थी। बुधवार को वह मेला प्लेटफार्म संख्या छह और आठ में सीसीटीवी फुटैज में दिखाई दे रहा है। युवक के भाई उत्तम ने भी संपर्क साधने पर बताया कि उसके भाई की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।