कार्तिक पूर्णिमा 2020: हरिद्वार की सीमाएं आज से 30 घंटे के लिए सील, सिर्फ इन्हें मिलेगी छूट
हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा 30 नवंबर को है, लेकिन धर्मनगरी हरिद्वार में बाहरी राज्यों से आने वाले तीर्थयात्रियों पर रोक लगा दी गई है। साथ ही हरकी पैड़ी समेत आसपास के गंगा घाटों पर स्नान के लिए प्रतिबंध रहेगा। इसके साथ ही रविवार यानी आज से 30 घंटे तक के लिए जिले की सीमाएं सील कर दी गई है, जिससे कोई श्रद्धालु यहां एंट्री न कर पाए। वहीं, स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को बॉर्डर से ही लौटा दिया जाएगा।
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दरअसल, कोरोना वायरस के उत्तराखंड में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। हरिद्वार जिला प्रशासन और पुलिस ने इसके लिए कार्ययोजना भी तैयार कर ली है। जिला प्रशासन ने मौजूदा हालातों और प्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए गंगा स्नान पर भी रोक लगा दी है। साथ ही अन्य राज्यों से श्रद्धालु हरिद्वार की सीमा में प्रवेश न कर पाए, इसके लिए आज और कल यानी 29 और 30 नवंबर के लिए सीमाएं सील कर दी गई हैं। इस दौरान यहां अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात रहेगा।
एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस के निर्देश पर शनिवार को शहर कोतवाल अमरजीत सिंह ने हरिद्वार-देहरादून सीमा पर स्थित भूपतवाला चेकपोस्ट पर स्नान स्थगित होने के संबंध में फ्लैक्स लगवाए। वहीं, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और बिजनौर सीमाओं पर भी पुलिस ने बैनर, पोस्टर लगवाए। कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर रोक के चलते रविवार दोपहर बाद जनपद की सीमाएं श्रद्धालुओं के लिए सील कर दी जाएंगी। लोगों को असुविधा ने हो इसका ख्याल रखा जाएगा।
कई
जिलों
से
हरिद्वार
पहुंचा
पुलिस
बल
एसपी
सिटी
कमलेश
उपाध्याय
ने
बताया
कि
स्नान
पर्व
स्थगित
होने
के
चलते
आवश्यक
व्यवस्थाओं
के
लिए
अतिरिक्त
पुलिस
बल
की
डिमांड
भेजी
गई
थी।
शनिवार
शाम
तक
हैडक्वार्टर
से
तीन
कंपनी
पीएसी
जनपद
को
मिल
गई
हैं।
पौड़ी,
टिहरी,
उत्तरकाशी,
चमोली
और
रुद्रप्रयाग
जिलों
से
भी
फोर्स
आया
है।
जनपद
की
सीमाओं,
हरकी
पैड़ी
क्षेत्र
अन्य
जरूरी
जगहों
पर
रविवार
को
पुलिस
बल
तैनात
किया
जाएगा।
सिर्फ
इन्हें
मिलेगी
छूट
हालांकि
कर्मकांड
के
लिए
आने
वालों,
रोगी
वाहन
और
सरकारी
बसों
को
इसमें
छूट
रहेगी।
तो
वहीं,
शादी
और
अन्य
कार्यों
से
सीमा
में
प्रवेश
करने
वालों
का
रिकॉर्ड
दर्ज
कर
उनकी
निगरानी
की
जाएगी।
देहरादून
और
मसूरी
जाने
वालों
को
सीधे
छुटमलपुर,
बिहारीगढ़
होकर
भेजा
जाएगा।