ITBP, CAPF और उत्तराखंड पुलिस ने सुरक्षित 'महाकुंभ' आयोजित करने का लिया संकल्प
हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार में 1 से 30 अप्रैल तक महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा। इसके मद्देनजर आईटीबीपी, सीएपीएफ और उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने रविवार को हरिद्वार के हर की पौड़ी में सुरक्षित 'महाकुंभ' आयोजित करने का संकल्प लिया। बता दें, देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद उत्तराखंड में भी एहतियातन कोरोना जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। यहां आने वालों की बॉर्डर पर जांच शुरू कर दी गई है। पहाड़ जाने वाले प्रवासियों की ऋषिकेश में जांच की जा रही है।
कोविड नैगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य
बता दें, नैनीताल हाईकोर्ट ने बीते बुधवार को जारी आदेश में हरिद्वार कुंभ में प्रवेश के लिए कोविड नैगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है। इसके साथ ही पूर्व में सरकार मेला क्षेत्र में प्रवेश के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी कर चुकी है। इस बीच प्रदेश सरकार कुंभ मेला नोटिफिकेशन भी जारी कर चुकी है। इसमें मेला अवधि एक अप्रैल से शुरू मानी गई है। इस तरह कोर्ट के आदेश और पूर्व में आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी एसओपी के सभी नियम एक अप्रैल से ही लागू हो जाएंगे। अभी हरिद्वार से होकर राज्य के अन्य जिलों में जाने वाले लोगों पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। मेला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन विभाग से इस पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। उक्त सभी नियम मेला अवधि 30 अप्रैल तक लागू रहेंगे।
मुख्य स्नान के लिए बढ़ने लगी भीड़
मुख्य स्नान नजदीक आने के साथ ही भीड़ बढ़ने लगी है। कुंभ के मुख्य स्नान 12 और 14 अप्रैल को पड़ रहे हैं। पिछली बार के कुंभ में बैशाखी के स्नान पर एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान करने आए थे। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि राज्य के बॉर्डर और बाकी स्थानों पर कोरोना जांच को लेकर जिलाधिकारी समय और जरूरत के अनुसार निर्णय ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में अभी संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। राज्य के बॉर्डर के साथ जिलों के बॉर्डर पर भी जांच शुरू हो गई है।