हरिद्वार: बेटे ने की दूध पीने की जिद, तो मां ने गंगा में डुबाकर मासूम की ले ली जान
हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार में छह माह के मासूम अंशू के घर से गायब होने के प्रकरण का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस की मानें तो अंशू की हत्या उसकी सगी मां संगीता बलूनी ने की थी। पुलिस पूछताछ में संगीता ने पुलिस को बताया कि अंशू बार-बार दूध मांगने की जिद्द करता था, जिसके चलते वह अंशू से परेशान हो गई थी। इसी से तंग आकर उसने अंशू को मार डाला।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र के सरला सदन कालोनी का है। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस ने बताया कि हीरो मोटो कोर्प में कार्यरत मूल रूप से जयहरीखाल (पौड़ी) के रहने वाले दीपक बलूनी की शादी पांच साल पहले गुमानीवाला, ऋषिकेश की रहने वाली संगीता से हुई थी। संगीता बलूनी ने 3 नवंबर की शाम अपने छह माह के बेटे अंशू के घर से गायब होने की सूचना दी थी। जानकारी दी थी कि वह पास की डेयरी पर दूध लेने गई थी, जब वापस लौटी तो उसका बेटा गायब था।
एसओ हरिओमराज चौहान की अगुवाई में पुलिस टीम ने जब क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तब महिला एक काले रंग का बैग ले जाते हुए दिखाई दी। संदेह होने पर देर रात महिला को थाने बुलाकर पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूला लिया। एसएसपी ने बताया कि संगीता अपने 6 माह के बेटे को काले रंग के बैग में डालकर आनंदमयी पुलिया के पास लेकर पहुंची थी। फिर उसने बेटे की गंगा में डूबाकर हत्या कर दी।
बेटे की मौत होने के बाद शव को गंगा में बहाकर काले रंग के बैग को लेकर वापस घर आ गई। एसएसपी की माने तो आरोपी मां ने कबूला कि वह तीन साल की बेटी और छह माह के बच्चे की देखभाल नहीं कर पा रही थी। उसके हाथ-पैर में दर्द रहता है और बच्चों के लिए छाती दूध नहीं बन रहा था। दूध के लिए मासूम अंशू लगातार रोता रहता था। इसलिए वह अंशू को बैग में डालकर गंगनहर पर ले गई और उसे डुबोकर मार डाला। इसके बाद लाश बहा दी।