पैर गंवा दिया, इलाज के लिए जमीन-खेती बेच दिए, अब दिव्यांग विद्युतकर्मी ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छामृत्यु
हरदोई। यूपी के हरदोई के कछौना में बिजली हादसे का शिकार हुए एक विद्युतकर्मी ने राष्ट्रपति को पत्र भेजकर इच्छामृत्यु की इजाजत मांगी है। एक हादसे में अपना पैर गंवा बैठे युवक के सामने खाने व इलाज की कोई व्यवस्था न होने के चलते यह कदम उठाने को मजबूर है।
कछौना कोतवाली क्षेत्र के गांव हिंदू खेड़ा निवासी भगवती का पुत्र देशराज (23) स्थानीय पावर हाउस में संविदा पर लाइनमैन का काम करता था। दिनांक 17 फरवरी 18 को वह हाईटेंशन तार की फाल्ट सही करने के लिए रानी की बगिया हथोड़ा गया था। जहां पर खंभे पर चढ़कर वह फाल्ट सही कर रहा था। तभी पावर हाउस में विद्युत कर्मियों की लापरवाही के चलते बगैर शटडाउन वापस किए लाइन चालू कर दी गई जिससे विद्युत की चपेट में आने से वह बुरी तरीके से झुलस गया।
घायल अवस्था में उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां से उसे इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया। करीब 3 माह तक इलाज कराने के बाद उसका एक पैर काट दिया गया। दिव्यांग होने के बाद वह अपना सब कुछ गंवा बैठा। देशराज अब अपना घर पर इलाज करा रहे हैं। देशराज के अनुसार इलाज में अभी तक लगभग 7 लाख रुपए खर्च हो गया। पैसे की व्यवस्था न होने के कारण उसने अपनी खेती बेचकर इलाज कराया। विभाग द्वारा निरंतर उसे आश्वासन दिया गया कि उसे आर्थिक सहायता दी जाएगी लेकिन अभी तक उसे कोई सहायता नहीं की गई। ठेकेदार नीरज गुप्ता द्वारा कहा गया कि इलाज की व्यवस्था के लिए विभाग द्वारा 5 लाख के बीमे की राशि भी दिलाएंगे।