हमीरपुरः नहीं सह पाई बेटे की मौत का गम, सियाचिन में तैनत जवान के अंतिम संस्कार के एक दिन बाद ही मां की हो गई मौत
हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां शहीद बेटे के अंतिम संस्कार के एक दिन बाद मां ने भी दम तोड़ दिया। जवान बेटे की मौत का दुख मां सह नहीं पाई। बता दें कि जवान सियाचीन ग्लेशियर में तैनात था। इसी दौरान ठंड में उनको ब्रेन स्ट्रोक हो गया और वो शहीद हो गए। जवान वरुण कुमार शर्मा का नौ दिन तक अस्पताल चंडी मंदिर में इलाज चल रहा था।
हमीरपुर जिले के दुलेड़ा गांव के रहने वाले वरुण को बीते मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ उनको अंतिम विदाई दी गई थी। वरुण करीब 15 साल पहले दो डोगरा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। बीते 20 दिसंबर को जब वह सियाचिन ग्लेशियर पर थे तो उन्हें अचानक सर में दर्द हुआ और खून की उल्टी हो गई। उसी दिन शाम को उनका ऑपरेशन हुआ। इसके बाद उन्हें कमांड अस्पताल चंडी मंदिर शिफ्ट कर दिया गया, लेकिन बीते रविवार को दोपहर में उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
शहीद वरूण अपने पीछे पत्नी, सात साल और तीन साल के बेटे, माता-पिता को छोड़ कर चले गए। लेकिन उनके अंतिम संस्कार के एक दिन बाद ही उनकी मां की भी मौत हो गई। हमीरपुर के हथली खडड पर शहीद को उनके पैतृक गांव के लोगों ने नम आंखों अंतिम विदाई दी और उनकी शहादत को याद किया । इस मौके पर पंजाब रेजिमेंट के सैनिकों ने शहीद को सलामी दी । वहीं शहीद के ताया के बेटे ने रोते हुए प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त किया कि प्रशासन के तरफ से उनकी सुध लेने कोई भी नही आया ।
शहीद के दोस्त विकास ने बताया कि वरूण काफी मिलनसार थे और तीन महीने पहले ही उनसे मुलाकात करके गए थे । विधायक नरेन्द्र ठाकुर ने शून्य से माईनस 50 डिग्री तापमान वाले सियाचिन ग्लेशियर में काम करने वाले सैनिक के ज्जबे को सलाम किया और कहा कि दुर्गम परिस्थितियों में भी देश सेवा कर वरूण ने साहस का परिचय दिया है और उनके जाने से देश व जिला ने वीर सैनिक खोया है।
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