MP: जयभान सिंह के बाद अब यशोधरा ने भी केंद्रीय मंत्री को ही बताया हार का जिम्मेदार
ग्वालियर। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भोपाल में ही नहीं बल्कि अन्य जगहों पर भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। ग्वालियर-चंबल में तो कार्यकर्ताओं से लेकर भाजपा के नेता और मंत्री तक ने हार का ठीकरा केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के ऊपर फोड़ना शुरू कर दिया है। जयभान सिंह पवैया के बाद अब यशोधरा राजे सिंधिया ने भी इशारों-इशारों में नरेंद्र सिंह तोमर पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में चुनाव की जिम्मेदारी जिन नेताओं पर थी उन्हें अपने पद से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
मैं होती जिम्मेदार तो तत्काल देती इस्तीफा
यशोधरा राजे सिंधिया खुद तो शिवपुरी से चुनाव जीत गईं लेकिन ग्वालियर-चंबल में भाजपा का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। यहां की 34 सीट से भाजपा केवल 7 सीटों पर जीत दर्ज कर पाई है। पार्टी को इस क्षेत्र में 13 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है। इस प्रदर्शन से आहत यशोधरा ने मीडिया से कहा कि यदि मैं जिम्मेदार नेताओं की जगह होती तो इस्तीफा दे देती। यशोधरा ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व तक भी ग्वालियर-चंबल के भितरघातियों की खबर पहुंच चुकी है और जल्द ही कार्रवाई होगी।
टिकट वितरण में लापरवाही से हारी भाजपा
यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि 20 साल में पहली बार क्षेत्र में टिकट बंटवारे के दौरान मेरी राय नहीं ली गई। यदि मुझसे पूछा जाता तो भाजपा को ज्यादा सीटें मिल सकती थीं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कांग्रेस की लोकप्रियता से नहीं बल्कि गलत टिकट बांटने की वजह से भाजपा को हार मिली है। इसके अलावा अपनों को टिकट दिलवाने की जुगत और टिकट न मिलने से उपजा विरोध भी हार का कारण बना है।
नंदकुमार सिंह पर भी भितरघात का आरोप
यशोधरा राजे सिंधिया के इस आरोप पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा कि हार का ठीकरा दूसरे नेताओं पर नहीं फोड़ना चाहिए। कुछ कमियां और कमजोरी सबकी होती है, उस पर ध्यान देना चाहिए। नंदकुमार ने कहा कि हारने के बाद इस तरह के आरोप लगाने से मैं सहमत नहीं हूं। वहीं दूसरी तरफ अर्चना चिटनीस के समर्थक नंदकुमार सिंह चौहान पर भी भितरघात करने के आरोप लगा रहे हैं। इन आरोपों पर नंदकुमार ने कहा कि मैं पार्टी के उचित फोरम पर अपनी बात रखूंगा। सभी को अपनी बात कहने की आजादी है।