MP: महिला कर्मचारियों की शिकायत सुनकर उर्जा मंत्री ने की गंदे टॉयलेट की सफाई, देखिए VIDEO
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सरकारी कार्यालय के गंदे टॉयलेट की सफाई करते नजर आए। वे मोतीमहल स्थित शासकीय कार्यालय में संभागायुक्त से मीटिंग करने गए थे। वहां से निकलते ही दफ्तर के कर्मचारियों ने टॉयलेट की सफाई न होने की शिकायत की। इसके बाद मंत्री ने निगम कमिश्नर समेत सफाई कर्मचारी तक को फोन लगाया। मौके पर किसी के नहीं पहुंचने पर मंत्री खुद ही गंदे टॉयलेट की सफाई करने लगे। इसके बाद उन्होंने सरकारी कर्मचारियों से टॉयलेट की साफ-सफाई बनाए रखने और अधिकारियों को इसकी निगरानी करने के निर्देश दिए।
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महिला कर्मचारियों ने की मंत्री से शिकायत
प्रद्युमन सिंह तोमर शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में उर्जा मंत्री हैं। ग्वालियर विधायक अपने अनोखे कामों की वजह से पहले भी चर्चा में रहे हैं। इस बार मोतीमहल स्थित सरकारी दफ्तर के टॉयलेट की सफाई करने के लिए वे ब्रश लेकर और ग्लब्स पहनकर खुद भिड़ गए। संभागायुक्त से चर्चा करने के बाद वे सरकारी दफ्तर से निकले तो महिला कर्मचारियों ने उनसे टॉयलेट की गंदगी की शिकायत की। इसके बाद मंत्री खुद ही टॉयलेट देखने गए तो बात सच निकली। महिला कर्मचारियों ने उनको बताया कि गंदे टॉयलेट की वजह से बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गंदगी देखकर भड़के मंत्री
टॉयलेट की गंदगी देखकर उर्जा मंत्री भड़क गए और उन्होंने नगर निगम कमिश्नर को फोन लगाकर फटकार लगाई। इसके बाद सफाई करने का सामान मंगाकर मंत्री खुद ही सफाई करने लगे और उन्होंने ग्लब्स पहने हाथों से से रगड़-रगड़कर गंदगी को साफ किया। सफाई करने बाद मंत्री ने वहां कर्मचारियों को टॉयलेट की साफ-सफाई रखने की जिम्मेदारी को समझाया और अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि वे इसकी लगातार निगरानी करें। साथ ही उन्होंने शासकीय कार्यालयों में टॉयलेट सफाई की जिम्मेवारी जिन अफसरों और कर्मचारियों पर है, उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए संयुक्त आयुक्त राजस्व आरपी भारती को निर्देश दिया। इस घटना की तस्वीरें मंत्री ने फेसबुक वाल पर शेयर की हैं।
पहले भी चर्चा में रहे हैं प्रद्युम्न सिंह तोमर
शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट विस्तार में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर को उर्जा मंत्री बनाया गया। वे शपथग्रहण करने नंगे पैर गए थे। वे साफ-सफाई के लिए पहले भी खुद फावड़ा लेकर नालों में उतर चुके हैं। उन्होंने यह कहा था कि मंत्री बनने के बाद वे जूते-चप्पल नहीं पहनेंगे और अपने क्षेत्र में पेयजल व स्वच्छता के लिए काम करेंगे। मार्च में कमलनाथ सरकार में वे खाद्य मंत्री थे, उस वक्त ग्वालियर में अधिकारी के पैर उन्होंने छुए थे। इस बारे में उन्होंने कहा था कि ऐसा करके वह अफसर को काम करने के लिए प्रेरित करना चाहते थे।
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