ग्वालियर कलेक्टर का अनूठा आदेश, हथियार लाइसेंस चाहिए तो पहले 10 गायों को दान करें कंबल
ग्वालियर। हथियार लाइसेंस के लिए पौधा लगाकर उसके साथ सेल्फी खींचकर आवेदन करने का अनूठा आदेश जारी करने वाले मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिला प्रशासन का एक और फरमान चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बार ग्वालियर जिला कलेक्टर अनुराध चौधरी ने हथियार लाइसेंस का आवेदन करने के लिए दस गायों को कंबल दान करने की शर्त रखी है। इसके पीछे मकसद गायों को कड़ाके सर्दी से बचाना है।
गोशाला में सर्दी से छह गायों की मौत
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों ग्वालियर के जिला कलेक्टर अनुराग चौधरी गोला मंदिर इलाके में सरकारी गोशाला और लाल टिपारा इलाके में ग्वालियर नगर पालिका द्वारा संचालित गोशाला का दौरा किया था। तब पता चला कि गोशाला में सर्दी की चपेट में आने के कारण छह गायों की मौत हो गई। दोनों गोशालाओं में करीब 8 हजार गाय हैं।
यहां बंदूक रखने का इतिहास वर्षों पुराना
बता दें कि गोला का मंदिर और लाल टिपारा ग्वालियर के चंबल क्षेत्र में आता है, जो किसी जमाने में डाकुओं के लिए कुख्यात था। यहां पर घरों में बंदूक रखने का इतिहास वर्षों पुराना है। बड़ी संख्या में लोग जिला प्रशासन के पास हथियार लाइसेंस के लिए आवेदन करते हैं।
एक माह तक करनी थी पौधे की देखभाल
ऐसे में ग्वालियर जिला कलेक्टर अनुराग चौधरी शनिवार को आदेश जारी किया कि बंदूक के लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों को पहले गोशाला की दस गायों को कंबल दान कर उसकी सूचना आवेदन पत्र के साथ अटैच करनी होगी। इससे पहले जून में जारी आदेश के मुताबिक हथियार लाइसेंस लेने वालों को पौधा लगाने के बाद उसके साथ सेल्फी लेकर आवेदन पत्र के साथ अटैच करनी थी। यहीं नहीं बल्कि पौधे की एक माह तक देखभाल की भी शर्त थी।
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