ग्वालियर: भाजपा के पूर्व मंत्री ने दिया बड़ा बयान, कहा- भितरघात न होता तो शिवराज सिंह चौहान लेते शपथ
ग्वालियर। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा में न सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है, बल्कि भितरघात को लेकर भी अब नेता खुलकर बोल रहे हैं। प्रदेश भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ने पार्टी के कुछ नेताओं पर इशारों-इशारों में निशाना साधा है। पार्टी में हुए भितरघात को लेकर वे खुलकर सामने आ गए हैं। हार के बाद अपने घर पर उन्होंने आभार सभा का आयोजन किया और इसी आभार सभा में उन्होंने बिना किसी का नाम लिए भाजपा के क्षत्रप नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर पार्टी में बड़े पदों पर बैठे लोग मर्यादा का ध्यान रखते तो मुख्यमंत्री पद की शपथ शिवराज सिंह चौहान ही लेते।
जयभान सिंह पवैया ने कहा इस वजह से हारे ग्वालियर अंचल में
जयभान सिंह पवैया से जब पार्टी में भितरघात करने वाले क्षत्रप नेताओं का नाम पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह पार्टी में हैं और पार्टी की कुछ मर्यादाएं हैं। इसलिए अपनी बात वे पार्टी के हाईकमान के सामने ही रखेंगे। एट्रोसिटी एक्ट पर भी जयभान सिंह पवैया ने दो टूक शब्दों में कहा कि कोई भी इस मामले में चल रही अंदरूनी लहर को नहीं भांप सका। इसके दोहरे दुष्प्रचार का खामियाजा भाजपा ने इस चुनाव में खासकर ग्वालियर अंचल में भुगता है। गौरतलब है कि जयभान सिंह पवैया इस बार ग्वालियर सीट से चुनावी मैदान में थे और उन्हें कांग्रेस के प्रद्युम्न सिंह तोमर ने हराया है।
भाजपा कार्यकर्ता ने लगाया था भितरघात का आरोप
बता दें कि बीते गुरुवार को ग्वालियर के ही भाजपा कार्यकर्ता अवधेश सिंह भदौरिया ने केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर पर भितरघात का आरोप लगाया था। कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को पत्र भेजकर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। इस पत्र में उन्होंने भाजपा प्रत्याशियों की हार के लिए षड्यंत्र रचने का आरोप भी केंद्रीय मंत्री तोमर समेत पूर्व मंत्री माया सिंह और उनके पति ध्यानेन्द्र सिंह पर लगाया था।
बड़े नेताओं पर साजिश के आरोप
अवधेश सिंह भदौरिया ने मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि ग्वालियर चंबल संभाग में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर की इच्छा अपने बेटों को राजनीति में स्थापित करने की थी। ऐसा करने के उद्देश्य से ही तोमर ने षड्यंत्र कर दिमनी जिला मुरैना विधानसभा क्षेत्र से जानबूझकर कमजोर प्रत्याशी को टिकट दिलाया ताकि प्रत्याशी के हारने के बाद उनके एक पुत्र को वहां स्थापित किया जा सके। वहीं ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र से अपने दूसरे पुत्र को स्थापित करने के लिए उन्होंने स्वयं भाजपा प्रत्याशी जयभान सिंह पवैया के विरुद्ध षड्यंत्र रचा और उनके स्वयं के वफादार नेताओं ने खुलकर कांग्रेसी प्रत्याशियों के समर्थन में काम किया।
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