MP विधानसभा चुनाव लड़ने का अखिलेश यादव ने किया ऐलान, इस बार मजबूती से लड़ने की कही बात
ग्वालियर, 19 अगस्त। मध्य प्रदेश में होने वाले 2023 विधानसभा चुनाव के लिए केवल भाजपा और कांग्रेस ही सक्रिय नहीं हैं, बल्कि दूसरी पार्टियों ने भी मध्य प्रदेश में अपनी सियासी जमीन मजबूत करने की तरफ कदम बड़ा दिए हैं। समाजवादी पार्टी भी मध्य प्रदेश में अपनी साइकिल दौड़ाने की तैयारी में हैं। खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की नजर मध्य प्रदेश पर हैं। कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर अखिलेश यादव ग्वालियर पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी ने अभी से कार्यकर्ताओं को प्रदेश में 2023 के चुनाव के लिए तैयार रहने का संदेश दिया है।
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डबल इंजन की सरकार पर साधा निशाना
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शुक्रवार को ग्वालियर पहुंचे, उनके इस दौरे को मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सियासी जमीन को मजबूत करने की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। एमपी में लहसुन फेंके जाने पर अखिलेशा यादव ने कहा कि दुख की बात है, एमपी में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन इस सरकार को किसानों को याद रखना चाहिए। भाजपा ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, ना केवल गेंहू के लिए बल्कि हर फ़सल की आय दोगुनी करने के लिए कहा था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है, यह बड़ा सवाल हैं भाजपा को इस पर जवाब देना चाहिए।
नौजवानों की नौकरी छीन गई
अखिलेश यादव ने कहा कि 'आज ना आय दोगुनी हुई है, बल्कि नौजवानों के हाथ से नौकरी छिन गई, महंगाई लगातार बढ़ रही है, रोजगार नहीं है, नोटबंदी जीएसटी और जितने भी बड़े फैसले बीजेपी पार्टी ने लिए हैं उससे ना केवल अर्थव्यवस्था खराब हुई हैं बल्कि आम आदमी परेशान हुआ है।
बीजेपी के इशारे पर चुनाव नहीं लड़ना चाहिए
बीजेपी समाज में हमेशा नफरत पैदा करेंगे। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कोई भी दल लडेगा उसको रोक नहीं सकते हैं। लोकतंत्र है कोई भी दल लड़ सकता है और लड़ना भी चाहिए. लेकिन बीजेपी के इशारे पर चुनाव नहीं लड़ना चाहिए।
दिल्ली में मनीष सिसोदिया के यहां चल रही सीबीआई रेड पर
अखिलेश यादव ने कहा की आप पार्टी बीजेपी पार्टी का सूपड़ा साफ कर देगी। इसलिए उन्हें आम आदमी पार्टी से घबराहट है कि गुजरात में कहीं परिणाम ऐसे ना बदल जाए, जो आप के पक्ष में चले जाएं। इसलिए भाजपा पार्टी जो विपक्ष के लोग हैं, उन पर समय-समय पर सीबीआई, समय-समय पर ईडी की कार्रवाई करती है, लेकिन मुझे ये लगता है कि आप जैसी पार्टी और सिसौदिया जैसे नेता, सीबीआई से और ईडी से घबराएंगे नहीं।
2018 में मिली थी 1 सीट
बता दें कि समाजवादी पार्टी पिछले कई चुनावों से अपनी किस्मत एमपी में आजमा रही है। लेकिन पार्टी को अब तक अच्छी सफलता नहीं मिली है. 2018 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को एमपी में केवल 1 सीट मिली थी। जबकि बाद में वह विधायक भी भाजपा में शामिल हो गए। हालांकि 2018 के चुनाव में समाजवादी पार्टी कई सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी, जबकि उसका वोट परसेटेज भी ठीक ठाक रहा था। ऐसे में अखिलेश यादव अब मध्य प्रदेश में होने वाले 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं।