ग्वालियर सेंट्रल जेल से गांधी जयंती पर रिहा होंगे 95 बंदी, सरकार को भेजा प्रस्ताव
ग्वालियर सेंट्रल जेल से गांधी जयंती पर रिहा किए जाएंगे 95 बंदी, राज्य सरकार को भेजा गया प्रस्ताव
ग्वालियर, 29 सितम्बर। ग्वालियर सेंट्रल जेल से 2 अक्टूबर को 95 बंदियों को रिहा किया जाएगा। इसके लिए ग्वालियर सेंट्रल जेल में तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। इससे संबंधित एक प्रस्ताव भी भोपाल भेज दिया गया है। भोपाल से प्रस्ताव आने के बाद बंदियों की संख्या पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राज्य सरकार ने लिया निर्णय
अब तक साल में दो बार बंदियों को जेल से रिहा किया जाता था। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के दिन सजा काट रहे बंदियों की सजा में राहत देते हुए उन्हें रिहा किया जाता था लेकिन सुप्रीम कोर्ट से मिले निर्देश के बाद राज्य सरकार ने इस नीति में बदलाव करते हुए अब साल में 4 बार बंदियों को छोड़ने का निर्णय लिया है। गणतंत्र दिवस और स्वतंत्र दिवस के अलावा 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के दिन भी बंदियों को छोड़ा जाएगा।
2 अक्टूबर को 95 बंदी रिहा करने की तैयारी
ग्वालियर सेंट्रल जेल के डिप्टी जेलर प्रभात कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्वालियर सेंट्रल जेल से 2 अक्टूबर को 95 बंदियों को रिहा किया जाएगा इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है, इससे संबंधित एक प्रस्ताव भी राज्य सरकार को भेज दिया गया है। अब राज्य सरकार से जितने बंदियों की संख्या छोड़ने का आदेश आएगा उतने बंदियों को ग्वालियर सेंट्रल जेल से 2 अक्टूबर को रिहा कर दिया जाएगा।
14 अप्रैल को भी होगी रिहाई
ग्वालियर सेंट्रल जेल के डिप्टी जेलर ने जानकारी देते हुए बताया कि इसी तरह 14 अप्रैल को भी बंदियों की रिहाई होगी, 2 अक्टूबर को गांधी जयंती की तरह ही 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के मौके पर भी बंदियों की रिहाई की जाएगी, इस तरफ साल में कुल 4 बार बंदियों की रिहाई की जाएगी, इससे जेल में बढ़ रही बंदियों की क्षमता की वजह से होने वाली परेशानियों से भी राहत मिलेगी।
15 अगस्त को भी रिहा हुए थे 45 बंदी
ग्वालियर सेंट्रल जेल से 15 अगस्त के दिन भी 45 बंदी रिहा किए गए थे इनमें से 12 बंदी ऐसे थे जिन पर मामूली अपराध थे जबकि 33 बंदी ऐसे थे जो आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। इन बंदियों को स्वतंत्रता दिवस के दिन रिहा किया गया।