मध्य प्रदेश : जब बरनी में दूध की जगह में मिले 17 लाख रुपए, पुलिस भी चौंक गई
ग्वालियर। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में 3 मई तक के लिए लॉकडाउन है। ग्वालियर के फूलबाग चौराहे पर सोमवार सुबह भी अन्य दिनों की तरह सन्नाटा पसरा पड़ा था। लॉकडाउन तोड़ने वालों को रोकथाम के लिए पुलिस तैनात थी।
बाइक पर सवार होकर आए दो युवक
अचानक दो युवक बाइक पर सवार होकर आते दिखे। बाइक पर दूध की बरनी व एक थैला लटका था। एक बारगी तो पुलिस को भी लगा कि कोई दूधिया होगा, जो क्षेत्र में दूध सप्लाई कर रहा होगा। एहतियात के तौर पर पुलिस ने बाइक रुकवा ली और फिर जो हुआ उसे देख पुलिस चौंक उठी। पुलिस ने दूध की बरनी खुलवा के देखी तो उसमें दूध की बजाय नोटों की गड्डियां भरी थी। यही हाल थैले का था। दोनों में करीब 17 लाख रुपए भरे हुए थे।
लक्ष्मीगंज के रहने वाले हैं युवक
पुलिस पूछताछ में पता चला कि रविन्द्र गुर्जर रविन्द्र गुर्जर (30) और देवराज गुर्जर (35) निवासी लक्ष्मीगंज के रहने वाले हैं। वे कोई दूध सप्लाई करने वाले नहीं हैं। रुपयों के बारे में दोनों ही कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस पर पुलिस उन्हें पकड़कर पड़ाव पुलिस थाने ले आई। पुलिस के अनुसार युवक देवराज ने बताया कि वो रुपए डीडीनगर निवासी एक ज्वैलरी के व्यापारी के पास से लेकर आया था। रुपए उसके खुद के हैं, जो उसे व्यापारी ने काम के ज्वैलरी के काम के बदले दिए हैं।
बैग नहीं होने के कारण दूध की बरनी में डाले रुपए
लॉकडाउन के चलते सर्राफा व्यापारी मुझे पैमेंट नहीं कर पा रहा था। आज उसने मुझे 17 लाख का पैमेंट किया है जिसे लेकर मैं अपने घर जा रहा था। इतनी बड़ी रकम के लिए कोई बैग नहीं होने के कारण उसने दूध की बरनी व सब्जी के थैले में रख लिए। पड़ाव पुलिस देवराज की बातों की सच्चाई पता करने के लिए ज्वैलर से भी सम्पर्क करने में जुट गई।
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