असम में बाढ़ ने 25 की जान ली, पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को किया फोन
नई दिल्ली, 19 जून। लगातार बारिश के चलते असम में बाढ़ ने लोगों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। शनिवार को बाढ़ ने 8 और लोगों की जिंदगी ले ली है, जिसमे चार बच्चे भी शामिल हैं। अभी तक असम में बाढ़ से 25 लोगों की जान जा चुकी है। रिपोर्ट के अनुसार अभी 8 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। चार लोग होजई जिले से, चार लोग बजाली, कार्बी एंगलोंग वेस्ट, कोंकराझार और तमुलपुर से लापता है। इस साल बाढ़ से असम में कुल 62 लोगों की जान जा चुकी है। असम में बाढ़ के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को फोन करके बाढ़ के हालात का जायजा लिया और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया।

असम में 32 जिलों में 31 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। ब्रह्मपुत्र नदी में जल स्तर के बढ़ने से 4291 गांव पानी में डूब गए हैं, तकरीबन 66455 एक्ट जमीन, खेत पानी में डूब गया है। बारपेटा के जिला प्रशासन की ओर से कहा गया है कि यहां के ग्रामीण गांव छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे, उनका कहना था कि उनके घर में काफी कीमती चीजें हैं, लेकिन हम किसी तरह से उन्हें समझा सके कि वह अपना घर खाली कर दें। हम अब राहत कैंप स्थापित कर रहे हैं। हमने पहले ही खाना और अन्य जरूरी सामान इकट्ठा कर लिया है। भूटान में जल स्तर काफी बढ़ गया है और यह हमारे जिलों को भी प्रभावित कर रहा है, आने वाले दिनों में स्थिति और भी बदतर हो सकती है।
रिलीफ कैंप में तकरीबन 1.56 लाख लोगों ने शरण ले रखी है, प्रदेश में कुल 21 जिलों में 514 राहत कैंप बनाए गए हैं। बाढ़ से प्रभावित जिलों की बात करें तो ये बजाली, बक्शा, बारपेटा, बिश्वनाथ, बोंगेगांव, कछार, चिरांग, डरांग, धेमाजी, ढुबरी, डिब्रूगढ़, डीमा हसाओ, गोलपारा, गोलाघाट, होजई कामरूप, कार्बी, करीमगंज, कोंकराझार, लखीमपुर, मजूली, मोरिगांव, नगांव, नालबारी, सिवसागर, सोनितपुर, साथ सलमारा, तमुलपुर, तिनसुकिया, उदलगुड़ी है।